सार
कोरोनावायरस महामारी की वजह से कमोबेश सभी लोग मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन महिलाओं पर इसका ज्यादा असर पड़ा है। इसकी वजह यह है कि महिलाओं पर घर-परिवार की जिम्मेदारी ज्यादा होती है।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस महामारी की वजह से कमोबेश सभी लोग मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन महिलाओं पर इसका ज्यादा असर पड़ा है। इसकी वजह यह है कि महिलाओं पर घर-परिवार की जिम्मेदारी ज्यादा होती है। इसके अलावा महिलाएं भावुक और संवेदनशील भी होती हैं। कोरोनावायरस महामारी की वजह से ज्यादातर परिवारों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फैमिली की इनकम कम हो जाने से भी महिलाओं में चिंता और तनाव की समस्या बढ़ रही है। ऐसी बहुत महिलाएं हैं, जिनके पति और बेटों की जॉब लॉकडाउन में चली गई। इससे भी वे तनावग्रस्त हो रही हैं। उन्हें बहुत कम साधनों में किसी तरह घर चलाने का इंतजाम करना पड़ रहा है। जानें इस तनाव और चिंता से बचने के कुछ टिप्स।
1. ज्यादा सोचना बंद करें
किसी भी समस्या को लेकर अगर लगातार सोचा जाए और समाधान का कोई रास्ता नहीं मिले तो तनाव काफी बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में मन को कहीं दूसरी तरफ लगाने की कोशिश करनी चाहिए। कोरोना महामारी की वजह से आई आर्थिक दिक्क्तें तत्काल दूर नहीं हो सकतीं। इसमें समय लग सकता है। लेकिन ज्यादा चिंता करने से अगर तबीयत बिगड़ गई या कोई मानसिक बीमारी हो गई तो परेशानी बढ़ जाएगी।
2. कम साधन में भी चल सकता है काम
अगर फैमिली की इनकम कम हो गई है, तो हमेशा इसके बारे में चिंता करने की जगह फिलहाल कम साधनों में काम चलाने का कोई तरीका निकालें, गैरजरूरी खर्चें कम करें और सकारात्मक सोच अपनाएं। परिस्थितियां लगातार बदलती रहती हैं। आज दिन बुरे आए हैं, तो कल अच्छे भी आएंगे।
3. अपनी केयर करें
यह अक्सर देखने में आता है कि जो महिलाएं लगातार अपने पति, बच्चों और फैमिली के दूसरे मेंबर्स की सुविधा-असुविधा का ख्याल रखती हैं, उनकी केयर करती हैं, वहीं महिलाओं की केयर कोई नहीं करता। इसलिए उन्हें खुद ही अपना ख्याल रखना चाहिए और अपने लिए समय निकालना चाहिए।
4. मनपसंद काम करें
हमेशा घरेलू कामों में लगे रहना ठीक नहीं है। इससे थकान तो होती ही है, मन भी बोझिल हो जाता है। रोज एक ही तरह की रूटीन से कोई भी बोरियत का शिकार हो सकता है। इसलिए अपने मनपसंद काम या शौक के लिए भी थोड़ा वक्त निकालें। अगर संगीत सुनना पंसद हो तो संगीत सुनें, टीवी पर कोई प्रोग्राम देखें या किताब पढ़ें। इससे दिमाग फ्रेश रहेगा।
5. बच्चों के साथ समय बिताएं
अगर घर में छोटे बच्चे हों तो उनके साथ वक्त जरूर बिताएं। उनकी पढ़ाई-लिखाई में मदद करें। उनके साथ कोई गेम खेलें। उन्हें गीत या कहानी सुनाएं और उन्हें भी सुनाने को कहें। हो सके तो शाम के समय नजदीक के किसी पार्क में बच्चों के साथ घूमने जाएं। बच्चों के साथ रहने से सच्ची खुशी मिलती है और तनाव दूर होता है।