सार

यह फैसले सीएम शिवराज ने मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद अधिकारियों के साथ मीटिंग की। जिसके बाद एक बार फिर से नाइट कर्फ्यू का निर्णय लिया गया। वहीं महाराष्ट्र से आने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग जारी रहेगी, वह एक हफ्ते आइसोलेशन में भी रहेंगे। 


भोपाल. महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में कोरोना ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कोरोना के दूसरे दौर में प्रदेश की राजधानी भोपाल और इंदौर में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। काफी दिन की जद्दोजहद के बाद शिवराज सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए देखते हुए इन शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है। आदेश के मुताबिक, 17 मार्च यानि कल बुधवार रात से नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा।

रात को इन शहरों के बाजार रहेंगे बंद
दरअसल, यह फैसले सीएम शिवराज ने मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक के बाद अधिकारियों के साथ मीटिंग की। जिसके बाद एक बार फिर से नाइट कर्फ्यू का निर्णय लिया गया। भोपाल-इंदौर के अलावा जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल, खरगोन भी नाइट  कर्फ्यू जैसी स्थिति नहीं रहेगी लेकिन 10 बजे के बाद बाजार पूरी तरह बंद रहेंगे।

एक दिन में 800 के पार संक्रमितों की संख्या
बता दें कि मंगलवार को जारी हेल्थ विभाग रिपोर्ट में कोरोना संकमितों की संख्या 800 के पार हो गई। जो कि इस साल 2021 में अब तक सबसे ज्यादा है। फिर से कोरोना का भयानक दौर ना आ जाए इसलिए सरकार ने अनिवार्य रुप से सभी को मास्क लगाने के लिए आदेश भी जारी कर दिए हैं। अगर कोई बिना मास्क के दिन में शहर में देखा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

सीएम शिवराज ने सुबह दे दिए थे यह संकेत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नाइट कर्फ्यू लगाने को लेकर सबुह ही संकेत दे दिए थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि प्रदेश में जिस तरह कोरोना के पॉज़िटिव केस बढ़ रहे हैं, वह हमारे लिए सचेत होने का विषय है। आज मैं इससे संबंधित महत्वपूर्ण बैठक करूंगा जिसमें कुछ और फैसले लिए जाना संभावित है। जनता से यही अपील करता हूँ कि इसे गंभीरता से लें, मास्क लगाएँ और सारे नियमों का पालन करें।


 

महारष्ट्र से आने वाले एक सप्ताह तक घर में रहेंगे
वहीं सीएम शिवराज की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के हालात चिंता जनक हैं। इसी लिहाज से वहां से आने वाले लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी। साथ ही वह सुरक्षा के मद्देनजर एक सप्ताह तक अपने ही घर में आइसोलेटिशन में रहेंगे।