सार
दिल्ली नगर निगम हाउस(Delhi MCD) पर कब्जा जमाने के बावजूद AAP की टेंशन कम नहीं हो रही है। केजरीवाल की नीतियों से दु:खी होकर एक पार्षद ने भाजपा ज्वाइन कर ली है। उधर, मोदी पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिना शर्त माफी मांग ली है।
नई दिल्ली. पॉलिटिक्स में 'पवन' का रुख कब-किस ओर बदल जाए, कोई नहीं जानता। दिल्ली नगर निगम हाउस(Delhi MCD) पर कब्जा जमाने के बावजूद AAP की टेंशन कम नहीं हो रही है। केजरीवाल की नीतियों से दु:खी होकर एक पार्षद ने भाजपा ज्वाइन कर ली है। उधर, मोदी पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिना शर्त माफी मांग ली है। पढ़िए दोनों खबरें…
AAP के पवन ने भाजपा ज्वाइन की
एमसीडी हाउस की शुक्रवार की महत्वपूर्ण बैठक से पहले आप पार्षद पवन सहरावत भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी में ‘भ्रष्टाचार’ के कारण उन्हें ‘घुटन’ महसूस हो रही थी। इधर, पवन सहरावत के खिलाफ सदन में गद्दार-गद्दार के नारे लगे। सदन में जैसे ही वोटिंग के लिए उनका नाम पुकारा गया, आप पार्षदों ने हंगामा किया।
सहरावत ने यह भी आरोप लगाया कि वह परेशान थे, क्योंकि आप पार्षदों को एमसीडी हाउस की बैठक में हंगामा करने का निर्देश दिया गया था। पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यालय में बवाना से आप पार्षद का पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और महासचिव हर्ष मल्होत्रा ने स्वागत किया। इस मौके पर दिल्ली बीजेपी के कई अन्य नेता मौजूद थे।
बता दें कि लंबे समय से चली आ रही भाजपा V/s आप लड़ाई का 22 फरवरी को अंत हो गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली को नया महापौर मिल गया। दिल्ली में पहली बार AAP का मेयर बना है। AAP की शैली ओबेराय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को हराया था।
भाजपा के महासचिव हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आप काउंसलर्स के बीच 'असंतोष' था। यही कारण है कि क्रॉस वोटिंग को रोकने के लिए स्थायी समिति के सदस्यों के लिए मतदान करते समय उन्हें मोबाइल फोन ले जाने का निर्देश दिया गया था। स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का सदन बुधवार और गुरुवार को 15 बार स्थगित किया गया था।
एक दर्जन से अधिक स्थगन, भाजपा सदस्यों द्वारा मुखर विरोध, हाई-वोल्टेज ड्रामा और हाई-डेसिबल नारेबाजी के साथ बैठक नहीं चल पाई थी। बुधवार की रात बीजेपी और आप के कई सदस्यों ने एमसीडी हाउस के चैंबर में एक-दूसरे पर मारपीट और प्लास्टिक की बोतलें फेंकी थीं और चुनाव को लेकर गतिरोध जारी रहने के बावजूद गुरुवार सुबह स्थिति और खराब हो गई थी। इसके बाद बैठक शुक्रवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
इसके बाद से सदन के चैंबर में हंगामे के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में भाजपा पार्षद रेखा गुप्ता और अन्य पार्षदों को मंच पर खड़े होकर वहां रखी चीजों को फेंकते हुए देखा जा सकता है।
दूसरी ओर, भाजपा नेताओं ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें दावा किया गया है कि आप पार्षद देवेंद्र कुमार ने पार्टी पार्षद प्रमोद गुप्ता को थप्पड़ मारा था।
स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव कराने के तरीके को लेकर दोनों दलों के सदस्यों के बीच तीखी बहस के कारण पूरी घटना शुरू हो गई थी।
सदन बाधित होने से पहले पैनल के सदस्यों को चुनने के लिए चुनाव के शुरुआती चरण के दौरान वोट डालने के दौरान मोबाइल फोन ले जाने वाले आप पार्षदों द्वारा बैलेट गोपनीयता के उल्लंघन का हवाला देते हुए भाजपा नए सिरे से मतदान की मांग कर रही है।
स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए सात प्रत्याशी मैदान में
श्रीराम कॉलोनी वार्ड से आमिल मलिक, फतेह नगर वार्ड से रमिंदर कौर, सुंदर नगरी वार्ड से मोहिनी जीनवाल और दरियागंज वार्ड से सारिका चौधरी आप के उम्मीदवार हैं। द्वारका-बी वार्ड से कमलजीत सहरावत और झिलमिल वार्ड से पंकज लूथरा भाजपा के उम्मीदवार हैं। निर्दलीय पार्षद गजेंद्र सिंह दराल, जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए, भी उम्मीदवार हैं।
पवन खेड़ा ने बिना शर्त माफी मांगी
इधर, पीएम मोदी पर अनर्गल टिप्पणी करके फंसे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिना शर्त माफी मांग ली है। 23 फरवरी को दिनभर चले घटनाक्रम के बीच पवन खेड़ा को दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। कुछ घंटों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता को अंतरिम जमानत दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने पवन के खिलाफ लखनऊ, वाराणसी और असम में दर्ज किए गए तीनों एफआईआर को एक में जोड़ने का आदेश दिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए उड़ान भरने जा रहे कांग्रेसी नेता पवन खेड़ा को गुरुवार को विमान से उतारकर गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ असम के दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग थाने में मामला दर्ज किया गया है।
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने एक tweet करके कहा कि कानून की महिमा हमेशा बनी रहेगी। आरोपी ने बिना शर्त माफी मांगी है। हम आशा करते हैं कि सार्वजनिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखते हुए आगे से कोई भी राजनीतिक विमर्श में अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करेंगे। @assampolice मामले को उसके लॉजिकल एंड तक तक फॉलो करेगी।
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