सार
मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लिखा कि 18 साल से चल रहे इस साथ से आगे बढ़ने का वक्त आ गया है। अब एक नई शुरुआत करना चाहता हूं।
नई दिल्ली. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने लिखा कि 18 साल से चल रहे इस साथ से आगे बढ़ने का वक्त आ गया है। अब एक नई शुरुआत करना चाहता हूं। उन्होंने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफे से पहले उन्होंने दिल्ली में अमित शाह के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफे में क्या लिखा?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने इस्तीफे में लिखा,डियर मिसेज गांधी, 18 साल से कांग्रेस का सदस्य होने के बाद यह समय अब मेरे लिए आगे बढ़ने का है। मैं कांग्रेस की अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं और जैसा कि आपको अच्छी तरह पता है कि पिछले एक साल से यह मार्ग प्रशस्त किया गया है। आज भी मैं अपने राज्य और देश के लोगों की रक्षा करने के अपने लक्ष्य और उद्देश्य पर अडिग हूं।कांग्रेस के
दावा, सिंधिया को पार्टी से निकाला है
इस बीच पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देकर कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से बाहर निकाल दिया है।
अरुण यादव ने सिंधिया को बताया जयचंद और मीर जाफर
सिंधिया के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के नेता भड़क गए। अरुण यादव ने ट्वीट कर सिंधिया की तुलना जयचंद और मीर जाफर से की।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हमारी सरकार गिर जाएगी, सिंधिया गद्दार
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद अधीर रंजन चौधरी ने हा, ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निकाल दिया गया है। हमारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था, पार्टी से गद्दारी करने वाले के साथ तो ऐसा ही करना पड़ेगा। पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ। पार्टी की हालत हमेशा एक समान नहीं होती। उतार-चढ़ाव तो लगा रहता है। बुरे वक्त में पार्टी का साथ छोड़ना सही नहीं है। मध्य प्रदेश में शायद अब हमारी सरकार नहीं रहेगी।
गहलोत ने कहा, ऐसे लोग जितनी जल्दी पार्टी छोड़ दें, उतना बेहतर
सिंधिया के इस्तीफे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सख्त प्रतिक्रिया दी। कहा- उन्होंने भरोसा तोड़ा। ऐसे लोग जितनी जल्दी पार्टी छोड़ दें, उतना बेहतर। वहीं, भोपाल में सीएम हाउस पहुंचे दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा- ‘अब हमें विपक्ष में बैठने की तैयारी करना चाहिए।’
तहसीन पूनावाला ने कहा, जल्द खत्म होगा सियासी संकट
सिंधिया के इस्तीफे पर तहसीन पूनावाला ने कहा, मुझे भरोसा है कि मध्य प्रदेश का सियासी संकट जल्द खत्म होगा और कमलनाथ जी मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सिंधिया जी ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं। भारत के लिए सबसे जरूरी चीज है मोदीजी और शाहजी का हारना।
प्रशांत किशोर ने लिखा, सिंधिया बहुत बड़े जननेता नहीं हैं
प्रशांत किशोर ने लिखा, उन लोगों के लिए हैरान हूं जिन्हें कांग्रेस से जुड़े गांधी परिवार के सरनेम पर आपत्ति होती थी। वही लोग आज सिंधिया के पार्टी छोड़ने को बड़ा झटका बता रहे हैं। लेकिन, सच्चाई ये है कि सिंधिया जननेता और प्रशासक के तौर पर बहुत बड़े नहीं हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या फायदा होगा?
ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार बनाया जा सकता है। सिंधिया बुधवार को भोपाल में राज्यसभा की उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल करेंगे।