सार
Agnipath recruitment भारतीय सेना यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना में युवाओं की भर्ती के लिए रक्षा मंत्रालय ने एक नई योजना लॉन्च की है। इस स्कीम का नाम अग्निपथ भर्ती योजना है। इसके तहत युवाओं को सिर्फ 4 साल तक सेना में अपनी सेवाएं देनी होंगी।
Agnipath scheme:भारतीय सेना के तीनों सेनाओं यानी थलसेना, नौसेना व वायुसेना में युवाओं की सीधी भर्ती के लिए लांच योजना ‘अग्निवीर’ की पूर्व सैन्य अधिकारियों ने सराहना की है। पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया समेत कई सैन्य अधिकारियों ने इस योजना को बेहद परिवर्तनकारी योजना करार दिया है।
क्या कहा सैन्य अधिकारियों ने?
वायुसेना के पूर्व प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि मानव संसाधन प्रबंधन सुधार के रूप में, यह एक बेहद परिवर्तनकारी योजना है। आने वाले समय में इसका वास्तविक प्रभाव रक्षा सेवाओं और नागरिक क्षेत्र में देखा जाएगा। हमें इसे युवाओं को दिए गए अवसर के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे स्थायी नौकरी छीनने के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। इसे समग्रता में समग्रता से देखा जाना चाहिए। ऐसा नहीं है कि स्थायी नौकरियां नहीं हैं,25% को मिलेगा स्थायी बनने का मौका भी मिलेगा।
मेजर जन.दिलावर सिंह ने कहा-हर क्षेत्र में हो ऐसी व्यवस्था
मेजर जनरल दिलावर सिंह ने कहा कि अग्निवीर विश्व स्तरीय लाभों के साथ इतनी बड़ी उत्कृष्ट योजना है। हमें केवल सशस्त्र बलों को ही इन सभी लाभों को हथियाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए बल्कि हर क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। हमारे पास आईएएस, IPS, SPS और PMFs/CPFs से लेकर मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के पदों के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था होनी चाहिए।
वेतन एवं भत्ते
4 साल की शॉर्ट टर्म सर्विस के दौरान युवाओं को पहले साल 4.76 लाख सालाना का पैकेज मिलेगा। यह पैकेज चौथे साल तक बढ़कर 6.92 लाख तक हो जाएगा। इस वेतन के अलावा रिस्क एंड हार्डशिप और दूसरे कई तरह के भत्ते भी मिलेंगे।
सेवा निधि पैकेज
4 साल की सेवा पूरी होने के बाद 11.7 लाख की राशि दी जाएगी, जो पूरी तरह टैक्स फ्री होगी। इस सेवा निधि में हर महीने 30% राशि अग्निवीर को जबकि इतनी ही राशि सरकार जमा करेगी। ये पूरी तरह से ब्याजमुक्त होगी। मतलब अगर किसी अग्निवीर की सैलरी 40 हजार रुपए महीना है तो अग्निवीर के 12 हजार रुपए सेवानिधि में जमा होंगे। इतना ही पैसा सरकार मिलाएगी।
डेथ पर परिवार को लाभ
अगर कोई अग्निवीर सेवा के दौरान शहीद हो जाता है तो उसके परिजनों को सेवा निधि की राशि (11.7 लाख रुपए) के साथ ही 1 करोड़ रुपए और बाकी नौकरी का वेतन भी दिया जाएगा। वहीं अगर सेवा के दौरान कोई अग्निवीर डिसेबल (दिव्यांग) हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही उसे सेवा निधि की राशि और बाकी नौकरी का वेतन भी मिलेगा।
दसवीं और बारहवीं के युवाओं की होगी भर्ती
चार साल की इस नौकरी के लिए हाईस्कूल या इंटरमीडिएट होना अनिवार्य है। भर्ती के बाद युवाओं को छह महीना की ट्रेनिंग दी जाएगी।