सार

देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक ली, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। बता दें कि बैठक उस वक्त हो रही है जब देश के कई हिस्सों में सीएए के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं।  

नई दिल्ली. देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक ली, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। बता दें कि बैठक उस वक्त हो रही है जब देश के कई हिस्सों में सीएए के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान जेएनयू में हुई हिंसा भी प्रमुख चर्चा का विषय है।

आईबी चीफ भी थे मौजूद
बैठक में अजीत डोभाल के अलावा केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी चीफ अरविंद कुमार और दूसरे सीनियर अधिकारी मौजूद थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में देश की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। 

मुंबई में सीएए के खिलाफ निकाली गई रैली
नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिंहा और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने मुंबई में गांधी शांति यात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर एनसीपी चीफ शरद पवार पहुंचे। उनके साथ नवाब मलिक, प्रकाश आंबेडकर और पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे। 

दिसंबर में बना नागरिका (संशोधन) कानून
दिसंबर में संसद में नागरिकता बिल पास हुआ, जिसके बाद राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून बन गया। इसी के बाद से सबसे पहले पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। इसके बाद देश के बाकी हिस्सों में धीरे-धीरे विरोध होने लगे। विवाद में नया मोड़ तब आया, जब जामिया के बच्चों ने इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान उनपर लाठी चार्ज किया गया। आरोप है कि उनके हॉस्टल और लाइब्रेरी में घुसकर पीटा गया। इसके बाद से ही सीएए के विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया। इस कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन हुआ, जिसमें 21 लोगों की जान गई।