सार
AssamMizoramBorder: सोमवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। असम और मिजोरम के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने में यह अहम मीटिंग मानी जा रही है।
नई दिल्ली. असम और मिजोरम की सीमा पर 25 जुलाई को हुए खूनी संघर्ष के बाद तनाव दूर करने की दिशा में सार्थक पहल करते हुए सोमवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। यह मीटिंग दोनों राज्यों के बीच चल रहे विवाद को सुलझाने की दिशा में एक सार्थक पहल मानी जा रही है।
सोमवार को हल्की झड़प के बाद परिवहन शुरू
बता दें कि आर्थिक नाकाबंदी वापस लिए जाने के बाद रविवार को नेशनल हाईवे-306 पर सामान्य रूप से आवश्यक वस्तुओं, परिवहन ईंधन और दवाओं की आपूर्ति शुरू हो गई। हालांकि इस बीच असम बॉर्डर पर असामाजिक तत्वों ने ट्रकों पर पथराव किया था। लेकिन धीरे-धीरे स्थितियां काबू में आती जा रही हैं। इससे पहले दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री दोस्ती के साथ मसला हल करने के लिए आगे आए थे।
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय गृहमंत्री से बातचीत की
पिछले दिनों असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा ने फोन पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की। इसके बाद दोनों ने कहा था कि वे मैत्रीपूर्ण तरीके से समस्या सुलझा लेंगे। इसके बाद असम के मुख्यमंत्री ने tweet किया कि वे हिंसा के मामले में मिजोरम के राज्यसभा सदस्य के खिलाफ दर्ज FIR लेने की घोषणा कर दी थी। बता दें कि के वनलालवेना मिजोरम से राज्यसभा के एकमात्र सदस्य हैं।
मिजोरम के मुख्यमंत्री के तेवर भी शांत हुए
केंद्र के हस्तक्षेप के बाद मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथांगा भी शांत हो गए हैं। उन्होंने मिजोरम के लोगों से अपील की है कि वो सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट न डालें।
चीन की साजिश नजर आई थी
असम और मिजोरम की सीमा पर हुए खूनी संघर्ष के पीछे चीन का षड्यंत्र भी सामने आ रहा है। twitter पर इस दौरान ShameOnMizoram और SameOnAssam दो ऐसे हैशटैग चलाए गए, जिनका मकसद दोनों राज्यों के लोगों को भड़काना था। दोनों राज्यों के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए चीन की धरती से सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले पेड कैम्पेन चलाए गए। सोशल मीडिया पर बैक टू बैक दो हैशटैग चले। दोनों ही हैशटैग एक-दूसरे राज्य के खिलाफ और कुछ पोस्टर मिजोरम में चीन के समर्थन के रूप में चलाए गए। असम और मिजोरम के आपसी विवाद को चीन अपने हिसाब से भुनाने में लगा है। दरअसल, केंद्र सरकार की ईस्ट पॉलिसी से चीन बौखलाया हुआ है। आशंका है कि इस हिंसा को भड़काने के पीछे चीन का हाथ भी हो सकता है या वो आग में घी का काम कर रहा है।
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