सार

बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति के बीच पूर्व आईटी मंत्री जुनैद अहमद को ढाका एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा कर दिया गया है। भारत सरकार ने भी बांग्लादेश के हालात पर सर्वदलीय बैठक बुलाई।

Bangladesh crisis: बांग्लादेश में स्थितियां अभी भी सामान्य नहीं हो सकी हैं। शेख हसीना के इस्तीफा और देश छोड़ने के एक दिन बाद पूर्व आईटी मिनिस्टर जुनैद अहमद पलक को ढाका एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि जुनैद अहमद देश छोड़कर भाग रहे थे। उधर, नई अंतरिम सरकार बनाने के ऐलान के बाद बांग्लादेश की संसद को भंग कर दिया गया है। राष्ट्रपति मो.शहाबुद्दीन ने संसद को भंग करने की अधिसूचना जारी की है।

बांग्लादेश की विपक्षी नेता खालिदा जिया रिहा

पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया को मंगलवार को रिहा कर दिया गया। सोमवार को ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सेना के तीनों प्रमुखों और सर्वदलीय नेताओं की मीटिंग में एक महत्वपूर्ण फैसला करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया था। खालिदा जिया को 2018 में भ्रष्टाचार के मामले में 17 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, वह उसी समय से अस्पताल में भर्ती हैं। जिया, देश की मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की नेता हैं। छात्र आंदोलन में अरेस्ट किए गए लोगों की रिहाई का निर्णय इस मीटिंग में सोमवार की शाम को लिया गया था।

भारत में सर्वदलीय मीटिंग में बांग्लादेश मुद्दे पर चर्चा

मंगलवार को भारत सरकार ने बांग्लादेश मुद्दे से विपक्ष को अवगत कराने के लिए सर्वदलीय मीटिंग बुलाई। मीटिंग में विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने सबको अपडेट करते हुए बताया कि शेख हसीना सदमा में हैं। सरकार उनसे बात करने से पहले उनको समय दे रही है। वे अपने भविष्य का फैसला स्वयं लेंगी। विदेश मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है यह चिंता का विषय है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार का इस मुद्दे पर समर्थन करते हुए देश की चिंताओं से संबंधित भी सवाल पूछे जिसका जवाब विदेश मंत्री ने दिया।

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