सार
बेंगलुरु इन दिनों गुलाबी रंग से रंगा नजर आ रहा है। पिंक ट्रम्पेट्स के पेड़ फूलों से लदे दिख रहे हैं। सड़कों पर फूलों की चादर बिछ रही है। लोग इस मनमोहक नजारे को खूब पसंद कर रहे हैं।
बेंगलुरु। बागों का शहर बेंगलुरु एक बार फिर गुलाबी रंग में रंगा नजर आ रहा है। मार्च महीना भारत की सिलिकॉन वैली कहलाने वाले इस शहर के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान सड़क किनारे और बागों में लगे पिंक ट्रम्पेट्स के पेड़ों में फूल खिलते हैं।
इस साल ट्रम्पेट्स के पेड़ों पर ढेर सारे फूल खिले हैं, जिसके चलते पूरा शहर मानों जादुई हो गया है। पेड़ों की डालियों से लेकर सड़क तक गुलाबी रंग के फूल दिख रहे हैं। सड़क फूलों से इस कदर पटा नजर आ रहा है जैसे किसी ने गुलाबी रंग की चादर बिछा दी हो। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग इसकी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं।
पिंक ट्रम्पेट्स को तबेबुइया रोसिया या गुलाबी पौई भी कहा जाता है। यह नव-उष्णकटिबंधीय पेड़ है। यह मूल रूप से दक्षिणी मेक्सिको से आया है। इस पेड़ के फूल आमतौर पर जनवरी-फरवरी में खिलते हैं। हालांकि इन पेड़ों में अगस्त, सितंबर, अप्रैल और मई में भी फूल खिलते हैं। रवि कीर्ति गौड़ा ने ट्विटर पर कई तस्वीरें शेयर की और लिखा, "बेंगलुरु बहुत सुंदर दिख रहा है। जैसा कि मैं जानता हूं, बेंगलुरू में देश में सबसे अधिक तबेबुइया रोसिया के पेड़ हैं।”
बेंगलुरु चित्रगालु नाम के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, "हैप्पी उगादि। उगादी यहां है।" इसके साथ ही सड़क किनारे लगे ट्रम्पेट्स के दो पेड़ की तस्वीर शेयर की गई है।
एक अन्य ट्विटर यूजर ने मनमोहक तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, "बेंगलुरु में आज सड़कों पर रंग बिखरे हुए हैं। चेरी ब्लॉसम।”
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