सार
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है। सीवान और सारण में हाल ही में 35 लोगों की जान गई, जबकि देशभर में ऐसे कई दर्दनाक हादसे हो चुके हैं। क्या है इस अवैध कारोबार का सच?
Bihar Hooch Tragedy: बिहार में शराब बंदी लागू होने के बाद भी शराब तस्करों की चांदी है। बिहार में शराब तस्करी अरबों का अवैध कारोबार बन चुका है। हालांकि, मुनाफा के चक्कर में राज्य के कई जिलों में जहरीली शराब की भी सप्लाई कर दी जा रही। राज्य में शराब बंदी के बाद कई बड़े हादसे कई दर्जन मौतों के गवाह बन चुके हैं। अक्टूबर महीना में जहरीली शराब पीने से सीवान और सारण जिला में कम से कम 35 लोगों की जान जा चुकी है। जानिए देश के 10 बड़े जहरीली शराब हादसे जिससे कई दर्जन जिंदगियां तबाह हो गई...
- बिहार के सीवान और सारण जिला में जहरीली शराब पीने से इस साल के अक्टूबर महीना में 35 लोगों की मौत हो चुकी है। कई दर्जन लोग अपनी आंख की रोशनी गंवा चुके हैं। इस मामले में अभी तक 15 से अधिक अरेस्ट हो चुके हैं। दो एसआईटी जांच में लगी हैं।
- बिहार के सीवान और सारण जिले में ही करीब दो साल पहले जहरीली शराब कांड का भयानक हादसा हुआ था। जहरीली शराब पीने से 2022 में कम से कम 73 लोगों की जान चली गई थी। हालांकि, इस घटना के बाद भी शराब तस्करी जोरों पर है।
- तमिलनाडु के कल्लकुरिची में जहरीली शराब पीने से 2023 में 53 लोगों की जान चली गई थी। इन लोगों मेथनॉल वाली शराब पी ली थी। इस घटना से राज्य सरकार को काफी आलोचना झेलना पड़ा।
- बिहार में ही 2021 में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की जान चली गई थी।
- बिहार में दिसंबर 2016 में जहरीली शराब पीने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई थी। सीवान का यह हादसा, राज्य में शराब बंदी लागू होने के कुछ समय बाद हुआ। इस घटना के बाद नीतीश कुमार सरकार की जमकर आलोचना हुई थी।
- यूपी में भी जहरीली शराब पीने से अगस्त 2021 में कम से कम 40 लोगों ने जान गंवा दी थी।
- गुजरात में भी बिहार की तरह पूर्ण शराब बंदी है। लेकिन जुलाई 2020 में जहरीली शराब पीने से कम से कम 30 लोगों की मौन ने एक बार फिर राज्य में शराब बंदी की हकीकत खोल दी जिससे राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे।
- पंजाब में जहरीली शराब की वजह से फरवरी 2020 में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
- साल 2019 में मध्य प्रदेश में जहरीली शराब ने 20 से अधिक लोगों की जान ले ली थी।
- पश्चिम बंगाल में नवम्बर 2018 में जहरीली शराब ने कम से कम 30 लोगों की जान ले ली थी। इस कांड के बाद ममता बनर्जी सरकार निशाने पर आ गई थी।
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