सार

डीओपीटी ने शुक्रवार को बीएसएफ दो आला अफसरों डायरेक्टर जनरल और स्पेशल डायरेक्टर जनरल पद से हटाने का आदेश जारी किया। दोनों को उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है।

BSF Chief and Deputy removed: बीएसएस के आला अफसरों को केंद्र सरकार ने हटा दिया है। डीओपीटी ने शुक्रवार को बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी, स्पेशल डायरेक्टर जनरल वाईबी खुरानिया को पद से हटाने का आदेश जारी किया। दोनों अधिकारियों को उनके मूल राज्य कैडर में वापस भेज दिया गया है। अग्रवाल ने बीते साल बीएसएफ चीफ का कार्यभार संभाला था जबकि पाकिस्तान सीमा क्षेत्र खुरानिया के जिम्मे था।

बीएसएफ के महानिदेशक पद से हटाए गए नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरर कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। जबकि बीएसएफ स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया, 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं। खुरानिया, बतौर स्पेशल डीजी, बीएसएफ के पश्चिमी क्षेत्र के प्रमुख थे। पश्चिमी क्षेत्र यानी पाकिस्तान बॉर्डर। दोनों अधिकारियों को हटाने के लिए कैबिनेट की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने मंजूरी दी है। इसके बाद डीओपीटी ने आदेश जारी किया है।

क्यों इन अधिकारियों को हटाया गया?

सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी वाईबी खुरानिया को हटाए जाने का फैसला इंटरनेशनल बॉर्डर से लगातार घुसपैठ की वजह से लिया गया है। सूत्रों की मानें तो कोआर्डिनेशन की कमी को लेकर बीएसएफ चीफ के खिलाफ कई शिकायतें भी केंद्र सरकार को मिली थीं। हालांकि, इन अधिकारियों को हटाए जाने की वजहों को अभी तक केंद्र सरकार ने स्पष्ट नहीं किया है। 

जानकारों के अनुसार, यह पहली बार है जब किसी फोर्स के प्रमुख को आतंकवाद को हैंडल नहीं कर पाने में हटाया गया हो। इसके पहले 2019 में हुए पुलवामा हमले में भी गृह मंत्रालय ने किसी की भी जवाबदेही तय नहीं की थी। केंद्र ने यह कार्रवाई उस समय की है जब जम्मू-कश्मीर में उसके द्वारा नया सिक्योरिटी स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ने के बाद तमाम नागरिक और सुरक्षा बलों-सेना के जवान मारे जा चुके हैं। कई दशकों से आतंकवाद मुक्त हो चुका जम्मू का डोडा क्षेत्र भी एक बार फिर आतंकवाद की चपेट में आ चुका है।

बीएसएफ के जिम्मे है पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा

बीएसएफ देश की एक मजबूत फोर्स है। इसके पास 2.65 लाख से अधिक जवानों की ताकत है। बीएसएफ के जिम्मे पश्चिम में पाकिस्तान से लगती भारतीय सीमा और पूर्व में भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा है।

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