सार
जालौन जिले में कोरोना संक्रमण के अब तक 42 लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें से 2 की मौत हो चुकी है। 35 मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले में अब तक कुल 1468 लोगों के टेस्ट हुए हैं।
उरई. 24 मई की देर शाम उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के रूरा गांव में एक प्रवासी महिला मजदूर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिलती है। यह बात जब तक गांव वालों तक पहुंचती उससे पहले ही डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, एसपी, एसडीएम समेत तमाम प्रशासनिक महकमा वहां पहुंच जाता है। गांव को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। महिला के कॉन्ट्रेक्ट के बारे में पता लगाकर उनकी रिपोर्ट ली जाती है। गांव को सैनिटाइज कराने का आदेश दिया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया सिर्फ कुछ घंटों के भीतर ही पूरी हो जाती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कोरोना से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार किस तरह काम कर रही है।
अहमदाबाद से आई थी महिला मजदूर
रूरा गांव के प्रधान दीपक सिंह राजावत ने एशियानेट न्यूज हिंदी से बातचीत में बताया कि महिला अपने पति के साथ अहमदाबाद से आई थी। उसे गांव के बाहर क्वारंटाइन किया गया था। उसकी बच्ची की तबीयत खराब थी। जब उसे दिखाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया तो डॉक्टरों ने महिला का भी कोरोना टेस्ट किया। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव, जबकि बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
अब सक्रिय हुआ प्रशासन
प्रधान दीपक सिंह राजावत ने बताया कि उनके पास प्रशासन की ओर से जानकारी आई कि उनके गांव की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। प्रधान बताते हैं कि प्रशासन ने बिना देरी सक्रियता दिखाई। सिर्फ कुछ घंटों के अंदर ही पूरा प्रशासनिक महकमा गांव में जा पहुंचा। गांव में महिला के संपर्क के बारे में पता लगाया गया। चूंकि महिला गांव के बाहर होम क्वारंटाइन थी, इसलिए सीधे संपर्क सिर्फ 4 लोगों का पाया गया। इनकी जांच भेज दी गई है। हालांकि, अभी रिपोर्ट नहीं आई है।
पूरा गांव हुआ सील
प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए 25 मई की सुबह ही पूरे गांव को सील कर दिया जाता है। पूरे गांव और आसपास के गांव में प्रशासन अनाउंसमेंट कराता है। लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की जाती है। इतना ही नहीं गांव की गलियों को पूरी तरह से सील कर दिया गया, जिससे कोई बाहर या अंदर आ जा ना पाए।
10 पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात
गांव के लोग नियमों को ना तोड़ें इसलिए यहां करीब 10 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये पुलिसकर्मी इस बात पर भी ध्यान दे रहें कि गांव के लोग घर पर रहें।
गांव में सैनिटाइजेशन करता कर्मचारी
सब्जी और राशन की कैसे हो रही आपूर्ति?
गांव को सील किया गया है, लोगों की आवाजाही पर रोक है। ऐसे में लोगों को सब्जी और राशन की कोई दिक्कत ना हो, इसका भी ध्यान प्रशासन दे रहा है। प्रशासन ने दो सब्जी विक्रेता और एक राशन साम्रगी विक्रेता को अधिकृत किया है। यही लोग गांव में सब्जी और राशन की सप्लाई करेंगे।
पॉजिटिव निकलने के बाद क्या-क्या कदम उठाए गए
- कोरोना पॉजिटिव महिला के संबंधों को ट्रेस कर उनका टेस्ट किया गया।
- गांव को सील कर दिया गया।
- पूरा गांव सैनिटाइज किया
गांव में कितने प्रवासी मजदूर आए
ग्राम प्रधान दीपक राजावत ने बताया कि गांव में अब तक 60-70 मजदूर देश के अन्य भागों से लौट कर आए हैं। हालांकि, सभी का क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो चुका है। ये मजदूर काफी समय पहले ही लौट आए थे। ये महिला मजदूर 20 मई को अहमदाबाद से ट्रक से वापस आई है। महिला के साथ उसका पति और बच्चा भी आए थे। ग्राम प्रधान ने बताया कि बाहर से आए लोग सख्ती से होम क्वारंटाइन का पालन करें, इसका भी ध्यान रखा गया है।
जिले में कोरोना की स्थिति
जालौन जिले में कोरोना संक्रमण के अब तक 42 लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें से 2 की मौत हो चुकी है। 35 मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले में अब तक कुल 1468 लोगों के टेस्ट हुए हैं।