सार
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों के इकट्ठा होने की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, अब वैसी ही तस्वीर बांद्रा से भी सामने आ रही है। यहां अपने प्रदेश लौटने के लिए बड़ी सख्या में मजदूर बांद्रा में इकट्ठा हुए।
मुंबई. लॉकडाउन के दौरान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों के इकट्ठा होने की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी, अब वैसी ही तस्वीर बांद्रा से भी सामने आ रही है। यहां अपने प्रदेश लौटने के लिए बड़ी सख्या (करीब 3 हजार) में मजदूर बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए, जिसके बाद भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। स्थानीय नेताओं को भी बुलाना पड़ा। तब कहीं जाकर लोग स्टेशन से हटे।
अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन कर बांद्रा में जमा भीड़ पर चिंता व्यक्त की। गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत को कमजोर करती हैं। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सजग रहना जरूरी है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया।
सोचा लॉकडाउन खत्म, ट्रेन पकड़ घर पहुंच जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने वाला था। लोग इस उम्मीद में रेलवे स्टेशन पहुंच गए कि लॉकडाउन के बाद ट्रेन शुरू हो जाएगी। इसी चक्कर में रेलवे स्टेशन पर करीब 3 हजार लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को हटाया।
राशन नहीं है, घर भेज दो
रेलवे स्टेशन पर जुटे लोगों ने लॉकडाउन का विरोध किया। उन्होंने कहा, उनके पास खाने के लिए राशन नहीं है। जैसे भी करके उन्हें घर भेज दें।
स्टेशन पर जुटे लोग दिहाड़ी करने वाले मजदूर थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेशन पर इकट्ठा हुए लोग दिहाड़ी करने वाले मजदूर थे। लॉकडाउन के बाद उनकी कमाई का जरिया बंद हो गया। 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने वाला था, लेकिन पीएम मोदी के ऐलान के बाद लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।
केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी: आदित्य ठाकरे
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 लाख लोग शेल्टर्स में रह रहे हैं। केंद्र सरकार के सामने मुद्दा रखा गया था कि इन लोगों को घरों तक पहुंचने की कोशिश की जाए। उनके पास खाना नहीं है और वे घर जाना चाहते हैं। बांद्रा में इकट्ठा हुए लोग अब चले गए हैं लेकिन यह स्थिति इसलिए हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी।
- आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, बांद्रा स्टेशन की मौजूदा स्थिति या यहां तक कि सूरत में दंगा भी हो रहा है, यह केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए घर वापस जाने की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं होने का एक परिणाम है। वे भोजन या आश्रय नहीं चाहते, वे घर वापस जाना चाहते हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना से 2455 लोग संक्रमित
महाराष्ट्र में कोरोना के 2455 संक्रमित केस आ चुके हैं। वायरस से 160 लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में सबसे ज्यादा 1540 लोग संक्रमित हैं। इसके बाद नासिक में 33 और नागपुर में 39 लोग कोरोना संक्रमित हैं।
अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को फोन कर बांद्रा में जमा भीड़ पर चिंता व्यक्त की। गृह मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत को कमजोर करती हैं। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सजग रहना जरूरी है। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया।
सोचा लॉकडाउन खत्म, ट्रेन पकड़ घर पहुंच जाएंगे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने वाला था। लोग इस उम्मीद में रेलवे स्टेशन पहुंच गए कि लॉकडाउन के बाद ट्रेन शुरू हो जाएगी। इसी चक्कर में रेलवे स्टेशन पर करीब 3 हजार लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को हटाया।
राशन नहीं है, घर भेज दो
रेलवे स्टेशन पर जुटे लोगों ने लॉकडाउन का विरोध किया। उन्होंने कहा, उनके पास खाने के लिए राशन नहीं है। जैसे भी करके उन्हें घर भेज दें।
स्टेशन पर जुटे लोग दिहाड़ी करने वाले मजदूर थे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेशन पर इकट्ठा हुए लोग दिहाड़ी करने वाले मजदूर थे। लॉकडाउन के बाद उनकी कमाई का जरिया बंद हो गया। 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने वाला था, लेकिन पीएम मोदी के ऐलान के बाद लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।
केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी: आदित्य ठाकरे
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 लाख लोग शेल्टर्स में रह रहे हैं। केंद्र सरकार के सामने मुद्दा रखा गया था कि इन लोगों को घरों तक पहुंचने की कोशिश की जाए। उनके पास खाना नहीं है और वे घर जाना चाहते हैं। बांद्रा में इकट्ठा हुए लोग अब चले गए हैं लेकिन यह स्थिति इसलिए हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने बात नहीं सुनी।
- आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया, बांद्रा स्टेशन की मौजूदा स्थिति या यहां तक कि सूरत में दंगा भी हो रहा है, यह केंद्र सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों के लिए घर वापस जाने की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं होने का एक परिणाम है। वे भोजन या आश्रय नहीं चाहते, वे घर वापस जाना चाहते हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना से 2455 लोग संक्रमित
महाराष्ट्र में कोरोना के 2455 संक्रमित केस आ चुके हैं। वायरस से 160 लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में सबसे ज्यादा 1540 लोग संक्रमित हैं। इसके बाद नासिक में 33 और नागपुर में 39 लोग कोरोना संक्रमित हैं।