सार
मोहसिन अहमद दिल्ली के बाटला हाउस इलाके में रहता था। उसने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। वह इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। मोहसिन मूलत: बिहार का रहने वाला है।
नई दिल्ली। दिल्ली का बाटला हाउस (Batla House) एक बार फिर सुर्खियों में है। रविवार को एनआईए (NIA) ने बाटला हाउस क्षेत्र से एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट (Batla House Engineering Student) को अरेस्ट किया है। इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर के छात्र पर आरोप है कि वह आईएसआईएस (ISIS) के लिए फंड इकट्ठा करता था। हालांकि, परिवार के लोगों ने उसकी ऐसी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने से इनकार कर दिया है। जबकि एनआईए का दावा है कि अरेस्ट स्टूडेंट आईएसआईएस का सक्रिय सदस्य है। छात्र को दक्षिणपूर्व दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
क्या कहा जांच एजेंसी ने?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रविवार को कहा कि मोहसिन अहमद (Mohsin Ahmad) एक कट्टरपंथी व्यक्ति है। मोहसिन ने वैश्विक आतंकवादी समूह आईएसआईएस के लिए धन एकत्र किया और विभिन्न देशों से पैसे सीरिया भेज रहा था। मोहसिन अहमद दिल्ली के बाटला हाउस इलाके में रहता था। उसने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था। वह इंजीनियरिंग फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। मोहसिन मूलत: बिहार का रहने वाला है।
25 जून को हुआ था केस
आईएसआईएस की ऑनलाइन व ग्राउंड लेवल एक्टीविटीज के मामले में एनआईए ने बीते 25 जून को केस दर्ज किया था। एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा, मोहसिन अहमद को शनिवार को एनआईए की एक सर्च पार्टी ने गिरफ्तार किया था। प्रवक्ता ने कहा कि मोहसिन अहमद आईएसआईएस का कट्टर और सक्रिय सदस्य है। उसे भारत और विदेशों में सहानुभूति रखने वालों से आईएसआईएस के लिए धन इकट्ठा करने में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
परिवार ने दावे को किया खारिज
मोहसिन पर लगे आरोपों को परिवार ने खारिज किया है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि वह पढ़ने वाला लड़का है। सबकी मदद को हमेशा तैयार रहता था। परिवार ने कहा कि वे अदालत में दावों को चुनौती देंगे। मोहसिन की एक बहन ने बताया कि अगर वह फंड जुटा रहा था, तो उसके पास बहुत सारा पैसा होना चाहिए था। कल से एक दिन पहले, उसने मुझे कोडिंग कोर्स करने के लिए 4,000 रुपये मांगने के लिए मैसेज किया। उसने कहा कि वह बहुत मददगार थे। वह समाज सेवा करने से पीछे नहीं हटता था, चंदा एकत्र कर कोविड लॉकडाउन के दौरान गरीबों को खाद्यान्न वितरित करता था। उसकी बहन ने आरोपों को झूठा बताते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। बताया कि इंजीनियरिंग में दाखिला के लिए उसने दो अटेम्प्ट में प्रवेश पाया। बहन ने दावा किया कि वह यह भी नहीं जानता होगा कि आईएसआईएस क्या होता है।
पिता हैं रेलवे के कर्मचारी
मोहसिन की मां ने कहा कि वह 12 जुलाई को ही दिल्ली आया था। वह अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ दिल्ली में रह रहा था। मोहसिन का परिवार रविवार की सुबह पटना से दिल्ली पहुंचा है। मोहसिन की तीन बहनें हैं और उनके पिता रेलवे में काम करते हैं।
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