सार
दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर चली आ रही खींचतान के बीच आज(6 फरवरी) हुई बैठक फिर बेनतीजा रही। यह तीसरा मौका है, जब चुनाव के लिए बैठक फ्लॉप रही। इससे पहले 6 जनवरी और फिर 24 जनवरी को बैठक हुई थी।
नई दिल्ली(New Delhi). दिल्ली में मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर चली आ रही खींचतान के बीच आज(6 फरवरी) फिर बैठक हुई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। यह तीसरा मौका है, जब चुनाव के लिए बैठक हंगामे की भेंट चढ़ गई।इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में हाल में हुए उच्च स्तरीय निकाय चुनाव( civic polls) के बाद पहले 6 जनवरी और फिर 24 जनवरी को बैठक हुई थी। लेकिन इन पदों का चुनाव नहीं हो सका था। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। अब दुबारा कब मीटिंग होगी, अभी तय नहीं है।
दिल्ली को एक भ्रष्ट मुख्यमंत्री मिला है, जिसका नाम लगातार शराब घोटाले में आ रहा है। इसी पैसे का इस्तेमाल कर उन्होंने गोवा में और फिर मेयर चुनाव लड़ने की कोशिश की। इन्होंने भाजपा के 9 पार्षदों को पद और पैसे का लालच दिया-केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी
सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था मामला
24 जनवरी को दूसरी बार बैठक बुलाई गई थी, लेकिन हंगामे के चलते दिल्ली नगर निगम का सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा था। इस बीच नए मेयर चुने जाने तक एमसीडी पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को कार्य सौंपा गया था।
यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। AAP मेयर की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी,। लेकिन कोर्ट ने इस पर सुनवाई से इनकार कर दिया था। इसके बाद शैली ने याचिका वापस ले ली थी।
MCD के 250 वार्डों में काउंसलर के लिए 4 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। इसके नतीजे 7 दिसंबर को आए थे। इसमें AAP ने 134 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 104 सीटों से संतोष करना पड़ा। यहां भाजपा पिछले 15 साल से काबिज थी।
मेयर चुनाव में AAP की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय हैं। जबकि बीजेपी ने रेखा गुप्ता उम्मीदवार बनाया है। डिप्टी मेयर के लिए बीजेपी से कमल बागड़ी और AAP से आले मोहम्मद इकबाल उम्मीदवार हैं। स्टैंडिंग कमेटी के 6 सीटों पर 7 उम्मीदवार हैं। इनमें भाजपा से कमलजीत शेहरावत, गजेन्द्र दराल और पंकज लूथरा से हैं। AAP से आमिल मलिक, रमिंदर कौर, मोहिनी जीनवाल और सारिका चौधरी को उतारा गया है।
24 जनवरी की बैठक में हुआ था जबर्दस्त हंगामा, ये पॉइंट भी जानिए
24 जनवरी को एमसीडी में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर के आदेश पर सबसे पहले मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। इस पर आम आदमी पार्टी ने विरोध जताया था। लेकिन एल्डरमैन यानी मनोनीत पार्षदों ने शपथ लेना जारी रखा। इस दौरान आप पार्षदों ने शेम-शेम के नारे लगाए।
AAP पार्षद मुकेश गोयल ने आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही एजेंडे के हिसाब से नहीं हो रही है। इससे पिछली मीटिंग में भी मुकेश गोयल ने ही आपत्ति दर्ज कराई थी। जब मनोनीत पार्षदों की शपथ के दौरान आप पार्षदों ने शेम शेम के नारे लगाए, तो भाजपा ने जयश्रीराम का उद्घोष किया।
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