सार
इंदिरा गांधी ने 1966 में हमारे अपने लोगों पर वायु सेना का इस्तेमाल किया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उत्तर पूर्व की उपेक्षा की। इससे उत्तर पूर्व विशेषकर मिजोरम और नागालैंड में गुस्सा पैदा हुआ।
नई दिल्ली। विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा पर बात की। इसके साथ ही यह भी बताया कि पूर्वोत्तर में पैदा हुई समस्याओं के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। पीएम ने 5 मार्च 1966 को मिजोरम में हुए हवाई हमले का जिक्र किया। इस मुद्दे पर सोशल मीडिया पर लोग अपने विचार शेयर कर रहे हैं।
अखिलेश मिश्रा ने मिजोरम और पंजाब में बिगड़े हालात पर ट्वीट कर अपने विचार शेयर किए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि इंदिरा गांधी ने 1966 में हमारे अपने लोगों पर वायु सेना का इस्तेमाल किया था। इसका औचित्य बहुत उलझा हुआ है। 1950 के दशक के दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू का ध्यान कश्मीर की अलग या अलगाववादी पहचान की रक्षा पर था। नेहरू ने उत्तर पूर्व की उपेक्षा की। इससे उत्तर पूर्व के लोग पीड़ित थे। उनकी आकांक्षाएं, विकास की जरूरत, सांस्कृतिक पहचान सभी को नजरअंदाज कर दिया गया था।
उपेक्षा किए जाने से उत्तर पूर्व में पैदा हुआ गुस्सा
अखिलेश मिश्रा ने ट्वीट किया, "मेरा दिल असम के लोगों के साथ है" यह सिर्फ चीन से पराजित एक व्यक्ति के शब्द नहीं थे, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के शब्द भी थे, जिसे इसकी परवाह ही नहीं थी। उपेक्षा और विकास नहीं होने से उत्तर पूर्व विशेषकर मिजोरम और नागालैंड में गुस्सा पैदा हुआ। इसे शुरुआत में ही खत्म किया जा सकता था या समय रहते ठीक किया जा सकता था। गुस्से को पनपने दिया गया जब तक की असंभव स्थिति नहीं बन गई।"
उन्होंने ट्वीट किया, "बाद में इंदिरा गांधी ने इसी मॉड्यूल को पंजाब में अपनाया। 1984 में आतंकवादी अचानक प्रकट नहीं हुए थे। पहले कई सालों तक उन्हें ताकत हासिल करने दिया गया। राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया गया। 1966 में जब इंदिरा गांधी ने मिजोरम पर बमबारी की और 1984 में जब ऑपरेशन ब्लूस्टार हुआ दोनों में कार्रवाई अप्रत्याशित जरूरत के चलते आवश्यक नहीं थी। बल्कि वर्षों की उपेक्षा या इससे भी बदतर राजनीतिक लाभ के लिए मिलीभगत के कारण आवश्यक थी। इसे सर्वोच्च राष्ट्रीय हित के बजाय कांग्रेस नेतृत्व की विफलताओं को छिपाने के लिए किया गया था।"
मिजोरम में बमबारी पर पीएम मोदी बोले- उस दर्द को भूल नहीं पाए हैं लोग
मिजोरम में बमबारी पर लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा, "5 मार्च 1966 को कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना के माध्यम से हमला करवाया था। बड़ा गंभीर विवाद हुआ था। कांग्रेस वाले जवाब दें क्या वो किसी दूसरे देश की वायुसेना थी। क्या मिजोरम के लोग मेरे देश के नागरिक नहीं थे? क्या उनकी सुरक्षा भारत सरकार की जिम्मेदारी थी या नहीं थी? आज भी पांच मार्च को पूरा मिजोरम शोक मनाता है। उस दर्द को मिजोरम भूल नहीं पाया है। कभी इन्होंने उनके घाव भरने का प्रयास तक नहीं किया। अपने ही देश में वायु सेना से हमला करवाना। कौन था उस समय इंदिरा गांधी। अकाल तख्त पर हमला हुआ ये अभी भी हमारी यादों में है। उन्हें मिजोरम में पहले इसकी आदत लग गई थी। इसलिए वे अकाल तख्त पर हमला करने तक पहुंचे थे। वे यहां हमें उपदेश दे रहे हैं।"