सार

मंगलवार दोपहर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। काफी देर तक धरती हिलती रही और लोग घरों-आफिस से बाहर निकल गए।

 

Earthquake Delhi-NCR. मंगलवार दोपहर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। काफी देर तक धरती हिलती रही और लोग घरों-आफिस से बाहर निकल गए। दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन-4 में आता है, जहां ज्यादा तीव्रता का भूकंप बड़ी तबाही मचा सकता है। मंगलवार को आए भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई है, जिसकी वजह से किसी नुकसान की सूचना नहीं है।

नेपाल में रहा भूकंप का केंद्र

मंगलवार दोपहर को दिल्ली-एनसीआर की धरती अचानक हिलने लगी है, कुछ देर तक ऐसा ही होता रहा। यह भूकंप का झटका था जिसने फिर से दिल्ली-एनसीआर वालों को डरा दिया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की मानें तो भूकंप का केंद्र भारत नहीं बल्कि नेपाल था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.6 मापी गई है। फिलहाल किसी तरह के जानमाल नुकसान की खबर नहीं मिली है। बताया गया कि भूकंप का सेंटर नेपाल में धरती के 10 किलोमीटर नीचे थे। नेपाल में इसकी तीव्रता 6.2 मापी गई है।

 

 

दहशत में लोग घरों से बाहर निकले

दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद, नोएडा, गुरूग्राम, फरीदाबाद से लेकर हापुड़, मेरठ तक भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। गाजियाबाद की इंदिरापुरम कॉली की कई हाईराइज बिल्डिंग, वैशाली, वसुंधरा की बिल्डिंग्स से लोग बाहर निकल गए थे। यही हाल नोएडा का भी रहा। वहां भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। गाजियाबाद के गौरव शशि नारायण ने बताया कि दो बार धरती हिली है। कई लोग ऑफिस में काम कर रहे थे, जिनके कंप्यूटर तक हिल गए।

 

 

36 घंटे में दोबारा हिली धरती

रिपोर्ट्स की मानें तो सोमवार सुबह 6.15 बजे को देश के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में भी भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 5.2 मापी गई थी। यह भूकंप नेपाल में केंद्रित था, जहां पर किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन-4 में आते हैं। सिस्मिक जोन 4 में भूकंप से भारी तबाही हो सकती है, यही वजह है कि लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल गए।

यह भी पढ़ें

रामसेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में क्यों हुई खारिज?