सार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार देर शाम दिल्ली की स्थिति का जायजा लेने के लिए बैठक की। इस बैठक में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और स्पेशल कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव समेत तमाम बड़े पुलिस अफसर मौजूद रहे।
नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार देर शाम दिल्ली की स्थिति का जायजा लेने के लिए बैठक की। इस बैठक में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और स्पेशल कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव समेत तमाम बड़े पुलिस अफसर मौजूद रहे। दिल्ली में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 300 से ज्यादा जख्मी हैं।
फोरेंसिक टीम पहुंची ताहिर की फैक्ट्री
शुक्रवार को कई हिस्सों में शांति रही। पुलिस ने मार्च किया। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है। प्रशासन ने यहां एक महीने के लिए धारा-144 लगाई है। हालांकि, जुमे की नमाज की वजह से आज 4 घंटे की ढील दी गई है, जो 12 बजे से 4 बजे तक रहेगी। इस बीच, फोरेंसिक लेबोरेटरी की टीम ने चांद बाग इलाके में पार्षद ताहिर हुसैन की फैक्ट्री से सबूत जुटाए। गुरुवार को आप ने ताहिर को पार्टी से निलंबित कर दिया था। वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल शुक्रवार को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
उधर, अमूल्य पटनायक की जगह एस एन श्रीवास्तव को नया पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। अफसरों को मुताबिक, पिछले 36 घंटे से हिंसा की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। साथ ही सरकार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देन के लिए कहा है। शुक्रवार को लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने के लिए लगाई गई धारा 144 को 10 घंटे के लिए हटाया गया है।
दिल्ली पुलिस ने अब तक 130 लोगों को गिरफ्तार किया है। 400 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, अब तक दंगों के लिए 48 एफआईआर दर्ज हुई हैं। आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन और उनके सहयोगियों पर आईबी के अफसर अंकित शर्मा की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी ताहिर की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सोनिया, राहुल समेत तमाम नेताओं के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग
दिल्ली हाईकोर्ट में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा, एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, अकबरुद्दीन ओवैसी, वारिस पठान, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आप विधायक अमानातुल्ला खान, अभिनेत्री स्वरा भास्कर के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने पर मामला दर्ज कराने की मांग को लेकर याचिका दायर की गई है। इस पर आज सुनवाई होनी है।
23 फरवरी को हुई थी हिंसा की शुरुआत
दिल्ली के उत्तरपूर्वी इलाके में नागरिकता कानून के समर्थन और विरोध करने वाले दो गुटों के बीच झड़प से इस हिंसा की शुरुआत हुई थी। 23 फरवरी की रात को उपद्रवियों ने फिर हिंसा शुरू की। मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर, चांद बाग में पथराव और हिंसा की घटनाएं सामने आईं। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। यह हिंसा 24 और 25 फरवरी को भी जारी रही।