सार

केरल के सबरीमाला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को 10-50 साल की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी थी। इसके बाद 2 महिलाओं ने 2 जनवरी को पहली बार मंदिर में प्रवेश किया था। 

तिरुअनंतपुरम. केरल के सबरीमाला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को 10-50 साल की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी थी। इसके बाद 2 महिलाओं ने 2 जनवरी को पहली बार मंदिर में प्रवेश किया था। लेकिन एक महिला अफसर ऐसी भी है, जो फैसले के 24 साल पहले ही मंदिर में प्रवेश कर चुकी है। 

हम बात कर रहे हैं महिला आईएएस अफसर केबी वलसाला कुमारी की। वलसाला को केरल हाईकोर्ट के आदेश पर मंदिर में ड्यूटी मिली थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर में प्रवेश किया था। वे ऐसा करने वाली पहली महिला थीं। 

18 पवित्र सीढ़ियों पर चढ़ने की नहीं मिली थी अनुमति
1994-95 में वलसाला कुमारी पथानमथिट्टा (जहां मंदिर है) की जिला कलेक्टर थीं। वलसाला के मुताबिक, वे महिलाओं की पाबंदी के दौरान अपने कार्यकाल में चार बार में मंदिर में गईं। उन्हें मंदिर के वार्षिकोत्सव की तैयारियों के चलते मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिली थी। लेकिन कोर्ट ने उन्हें 18 पवित्र सीढ़ियों पर चढ़ने की अनुमति नहीं दी थी। उन्होंने सीढ़ियों के नीचे खड़े होकर ही पूजा अर्चना की थी। 

वलसाला के मुताबिक, वे उस वक्त 41 साल की थीं। वे बताती हैं कि वे हमेशा कोर्ट को धन्यवाद देती हैं, जिसकी अनुमति से प्रवेश कर सकीं। लेकिन उन्हें उस वक्त धमकियां भी मिलीं। लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की।