दुश्मनों पर कहर बरपाते हैं भारतीय वायु सेना के ये फाइटर जेट, ये है खासियत
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सुखोई -30 एमकेआई
भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल सुखोई-30 MKI विमान 3000 किमी दूर तक हमला करने की क्षमता रखता है। दो AL-31 टर्बोफैन इंजन की मदद से 2600 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा में उड़ान भरता है। यह विमान हवा में ईंधन भी भर सकता है। जेट में कई प्रकार के बम और मिसाइल रख सकता है।
मिराज 2000
मिराज 2000 भारत के बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक है। यह एक बार में 1550 किमी दूर तक रफ्तार भर सकता है। दुनिया के खतरनाक फाइटर जेट में शुमार यह विमान प्रति मिनट 125 राउंड फायर कर सकता है। बालाकोट एयर स्ट्राइक में मिराज ने पाक में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था।
मिग-29
वायुसेना के यह फाइटर जेट लड़ाई के दौरान दुश्मन के एयरक्राफ्ट को जाम करने की भी क्षमता है। यह कश्मीर घाटी में सभी जरूरतों को भी पूरा करता है। इसमें लंबी दूरी की एयर-टु-एयर मिसाइलें, नाइट विजन के साथ एयर टू एयर फ्यूल भरने की भी क्षमता होती है।
एचएएल- तेजस
टोही और जहाज-रोधी अभियान के लिए HAL- तेजस वायुसेना का सबसे खास विमान है। इसका वजन 6,500 किलोग्राम है। यह एक साथ 10 टारगेट को ट्रैक करने के साथ उनपर हमला करने की क्षमता रखता है। तेजस को टेकऑफ के लिए बड़े रनवे की भी जरूरत नहीं होती है।
राफेल
सेना का ये लड़ाकू विमान 36 हजार फीस से 50 हजार फीट तक उड़ान भरने में सक्षम है। इसकी स्पीड ऐसी है कि 1 मिनट में 50 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच जाए। इसकी रफ्तार 2222 किमी प्रतिघंटा है। यह हवा से हवा में मिसाइल अटैक की क्षमता रखता है। यह एक बार में 2000 समुद्री मील तक की उ़ड़ान भरता है।
जगुआर
यह विमान 36 हजार फीट की ऊंचाई पर 1700 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। जबकि समुद्री सतह पर इसकी अधिकतम स्पीड 1350 किमी प्रतिघंटा है। भारत के पास 139 जगुआर जेट हैं।