सार
साउथ अफ्रीका में 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होना है। पीएम नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति मालामेला सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 से 24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग में रहेंगे।
India China Major General level talks: पीएम नरेंद्र मोदी की साउथ अफ्रीका में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हाईलेवल मीटिंग के पहले पूर्वी लद्दाख के गतिरोध को खत्म करने के लिए मेजर जनरल स्तर की वार्ता हो रही है। भारत-चीन की सेनाएं दौलत बेग ओल्डी व चुशूल में वर्तमान स्टैंडऑफ को खत्म करने के लिए मेजर-जनरल स्तर की वार्ता कर रही है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मीटिंग के पहले यह बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है।
ब्रिक्स समिट के लिए पीएम नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका जा रहे
साउथ अफ्रीका में 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होना है। पीएम नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति मालामेला सिरिल रामफोसा के निमंत्रण पर इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22 से 24 अगस्त तक जोहान्सबर्ग में रहेंगे।
मेजर जनरल लेवल की हुई मीटिंग
रक्षा सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध को खत्म करने के लिए मेजर जनरल स्तर की वार्ता हो रही है। भारत-चीन की सेनाए दौलत बेग ओल्डी और चुशूल में गतिरोध को खत्म करने के लिए वार्ता कर रही है। यह महत्वपूर्ण मीटिंग पीएम मोदी और शी जिनपिंग की वार्ता के पहले हो रही है। वार्ता में भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व त्रिशूल डिवीजन कमांडर मेजर जनरल पीके मिश्रा और यूनिफॉर्म फोर्स कमांडर मेजर जनरल हरिहरन ने किया। यह वार्ता 13-14 अगस्त को चुशुल मोल्डो बार्डर मीटिंग प्वाइंट पर दोनों पक्षों के बीच आयोजित कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 19वें दौर के नतीजों पर आधारित है।
इन मुद्दों पर हुई बातचीत
दोनों पक्ष डेपसांग फील्ड्स में गश्त फिर से शुरू करने और सीएनएन जंक्शन पर चीनी सैन्य की मौजूदगी के मुद्दे सहित कई बिंदुओं पर हो रही है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि डेपसांग के मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत हो रही है। माना जा रहा कि अगर मेजर जनरल स्तर पर बातचीत आगे बढ़ती है तो दोनों पक्ष परिणामों को अंतिम रूप देने के लिए कोर कमांडर स्तर की वार्ता का एक और दौर आयोजित कर सकते हैं।
चीन और भारत ने की है एलएसी पर हैं पचास हजार से अधिक सैनिकों की तैनाती
भारत और चीन के बीच पिछले काफी समय से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है और सीमा पर तनाव से लेकर हर स्तर पर रिश्ते खराब हो चुके हैं। भारत और चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पार पूर्वी लद्दाख सेक्टर में 50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ व्यापक बातचीत की थी। इसके बाद 19वें दौर की कोर कमांडर वार्ता आयोजित की गई थी।
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