सार
गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसा ने फिर से भारतीय रेलवे के सुरक्षित सफर के दावे की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देश में हुए रेल एक्सीडेंट्स में एक साल में 300 से अधिक पैसेंजर्स की जान जा चुकी है।
Big rail accidents during one year: भारतीय रेलवे का सफर सबसे सुरक्षित सफर माना जाता है लेकिन बीते कुछ दिनों से हो रहे रेल हादसों ने रेलवे की साख को दांव पर लगा दिया है। पिछले एक साल के केवल आंकड़ों को उठाकर देखें तो ट्रेन हादसों में 300 से अधिक पैसेंजर्स अपनी जान गंवा चुके हैं। यूपी के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसा ने एक बार फिर भारतीय रेलवे की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार को गोंडा में डिरेल हो गई। इस हादसा में चार लोगों की मौत हो गई है जबकि दो दर्जन से अधिक लोग घायल हैं। हादसा में चार एसी बोगियां ही पलट गई।
- इस ट्रेन हादसा के पहले 17 जून 2024 को सियालदह-अगरतला कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन, वेस्ट बंगाल के रंगपानी रेलवे स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। मालगाड़ी से एक्सप्रेस ट्रेन के टकराने से दस लोगों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक पैसेंजर्स घायल हो गए थे।
- आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम-पलासा और विशाखापट्टनम-रायगढ़ ट्रेनों के बीच टक्कर में 11 पैसेंजर्स ने जान गंवा दी थी। रेलवे ने बताया कि ह्यूमन एरर और सिग्नल फेल होने से यह हादसा हुआ था।
- 2 जून 2023 को बालेश्वर या बालासोर हादसा कौन भूलेगा। कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई इसके बाद एक और सुपरफास्ट ट्रेन उससे टकरा गई। इस हादसा ने देश के जनमानस केा हिला दिया था। तीन ट्रेनों की टक्कर में 300 से अधिक पैसेंजर्स असमय मौत के शिकार बन गए।
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसा के पीड़ितों के लिए मुआवजा का ऐलान
गुरुवार 18 जुलाई को गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन हादसा के पीड़ितों के लिए रेल मंत्रालय ने मुआवजा का ऐलान कर दिया है। रेल मंत्रालय ने मृतकों के परिजन को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इस एक्सीडेंट में चार लोगों की मौत हो गई है। रेल दुर्घटना में कम से कम दो दर्जन लोग घायल हो गए हैं। घायलों में कई लोगों के पैर कट गए हैं। रेलवे ने इस एक्सीडेंट में सीआरएस जांच का आदेश दिया है। पढ़िए रेल एक्सीडेंट की पूरी खबर…