MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • सरकारी योजनाएं
  • खेल
  • धर्म
  • ज्योतिष
  • फोटो
  • Home
  • National News
  • रेलवे की बड़ी गलती से शताब्दी एक्सप्रेस का मालिक बना एक किसान

रेलवे की बड़ी गलती से शताब्दी एक्सप्रेस का मालिक बना एक किसान

भारत के श्रीमंत उद्यमी प्राइवेट जेट, बोट सहित कई करोड़ों मूल्य के वाहन के मालिक हैं। लेकिन कोई भी रेल के मालिक नहीं हैं। यहाँ एक सामान्य किसान के शताब्दी एक्सप्रेस रेल के मालिक बनने की रोचक घटना है।

2 Min read
Asianetnews Hindi Stories
Published : Aug 29 2024, 11:43 AM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • GNFollow Us
19

रेल भारत सरकार का एक भाग है। कितना भी पैसा हो, रेल खरीदना संभव नहीं है। निजी विमान, हेलीकॉप्टर, जहाज सहित अन्य कोई भी वाहन खरीदना संभव है। लेकिन एक सामान्य किसान के शताब्दी रेल के मालिक बनने की रोचक घटना घटी है।

29

2017 में यह घटना घटी थी। सामान्य किसान संपून सिंह, दिल्ली अमृतसर के बीच चलने वाली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस रेल के मालिक बन गए थे। यह रेलवे की बड़ी गलती के कारण हुआ था।

39

2007 में लुधियाना चंडीगढ़ रेल लाइन का काम शुरू हुआ। इस दौरान रेलवे विभाग ने जमीन का अधिग्रहण करना शुरू कर दिया। लुधियाना के कटान गाँव के संपून सिंह की जमीन भी अधिग्रहित कर ली गई थी।

49

रेलवे विभाग ने संपून सिंह को प्रति एकड़ 25 लाख रुपये देकर जमीन अपने कब्जे में ले ली और काम शुरू कर दिया। बाद में रेल का परिचालन शुरू हो गया।

59

कुछ साल बाद संपून सिंह को झटका लगा। कारण उनके गाँव के बगल वाले गाँव, शहर से दूर और कम उपजाऊ जमीन के लिए रेलवे विभाग ने प्रति एकड़ 71 लाख रुपये देकर अधिग्रहण किया था।

69

इससे नाराज संपून सिंह ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कहा कि उन्हें दी गई मुआवजा राशि में धोखाधड़ी की गई है। इस दौरान रेलवे विभाग ने मुआवजा राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये प्रति एकड़ कर दी।

79

फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले किसान संपून सिंह के पक्ष में फैसला आया। इस बार रेलवे विभाग ने मुआवजे को बढ़ाकर 1.47 करोड़ कर दिया। कोर्ट ने 2015 तक पैसे का भुगतान करने का निर्देश दिया था।

89

2017 तक रेलवे ने केवल 42 लाख रुपये का भुगतान किया था। 1.05 करोड़ रुपये बकाया थे। इसलिए कोर्ट ने रेल को लुधियाना स्टेशन पर जब्त करने का आदेश दिया। इतना ही नहीं स्टेशन मास्टर ऑफिस को भी जब्त करने का आदेश दिया।

99

यह कोर्ट का आदेश लेकर आए किसान संपून सिंह ने अमृतसर स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस रेल को सीज कर दिया। इस तरह वह शताब्दी एक्सप्रेस रेल के मालिक बनने वाले एकमात्र व्यक्ति बन गए। लेकिन रेलवे अधिकारियों ने फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और रेल को छुड़ाने का आदेश प्राप्त किया। किसान के कब्जे वाली रेल को छुड़ा लिया गया। लेकिन यह मामला अभी भी कोर्ट में है।

About the Author

AH
Asianetnews Hindi Stories

Latest Videos
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Download on Android
  • Download on IOS
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved