सार
इस साल इसरो की सबसे ज्यादा चर्चा तब हुई तब चंद्रयान 2 की हार्ड लैंडिंग हुई। इसके बाद दुखी इसरो चीफ के सिवन को नरेंद्र मोदी ने गले लगाया था। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी। अब उस पल के बारे में खुद के सिवन ने बताया कि तब एक बड़ी राहत मिली थी।
नई दिल्ली. इस साल इसरो की सबसे ज्यादा चर्चा तब हुई तब चंद्रयान 2 की हार्ड लैंडिंग हुई। इसके बाद दुखी इसरो चीफ के सिवन को नरेंद्र मोदी ने गले लगाया था। सोशल मीडिया पर यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी। अब उस पल के बारे में खुद के सिवन ने बताया कि तब एक बड़ी राहत मिली थी। उन्होंने कहा, "जब मैं भावनात्मक रूप से पूरी तरह टूट गया था, तब पीएम मोदी ने मुझे गले लगाया। उन्होंने समझा कि मेरे दिमाग में क्या हो रहा है। उन्होंने नेतृत्व दिखाया। उनके द्वारा गले लगाने से मैंने कई बातों को सीखा। यह बड़ी बात थी कि प्रधानमंत्री ने खुद मुझे सांत्वना दी। इससे मुझे काफी राहत मिली।"
इसरो ने किया नए साल पर नया ऐलान
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ने नए साल पर नया ऐलान किया है, जिसमें मिशन चंद्रयान-3 को सरकार की मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद अब एक बार फिर अंतरिक्ष में नया इतिहास रचने की तैयारी में इसरो जुट गया है। इसरो प्रमुख के सिवन ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि चंद्रयान-3 काफी हद तक चंद्रयान-2 से मिलता जुलता रहेगा।
- इसरो चीफ के सीवन ने कहा कि 2019 में हमारे गगनयान प्रॉजेक्ट में काफी प्रगति हुई। गगनयान के अंतरिक्ष यात्रियों को जनवरी 2020 के तीसरे सप्ताह से प्रशिक्षित किया जाएगा।
- गगनयान के मिशन के लिए 4 अंतरिक्ष यात्रियों की पहचान की गई है। इसरो चीफ के. सिवन ने नए साल पर देशवासियों को बधाई दी। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसरो चीफ 2019 की उपलब्धियों और 2020 के लक्ष्य के बारे में जानकारी दी।