सार

केरल के वायनाड में भूस्खलन (Kerala Wayanad landslides) में मरने वालों की संख्या 205 हो गई है। सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। विभिन्न एजेंसियां ​​और सेना द्वारा युद्ध स्तर पर बचाव कार्य किया जा रहा है।

वायनाड। केरल के वायनाड में भूस्खलन के चलते मरने वालों की संख्या बढ़कर 205 हो गई है। मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए इस हादसे में करीब 200 लोग घायल हुए हैं। मलबे में 180 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है। कई एजेंसियां ​​और सेना के जवान युद्ध स्तर पर बचाव कार्य चला रहे हैं।

दूसरी ओर केरल में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। निचले इलाकों में पानी भर गया है। लोगों को नाव में बैठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। जिन सड़कों पर गाड़ियां चलती थी आज नाव चल रहे हैं। कमर से ऊपर तक पानी के बीच से लोगों को गुजरना पड़ रहा है। हम आपके लिए बाढ़ के पांच वीडियो लेकर आए हैं।

वायनाड में बनाए गए 45 राहत शिविर

वायनाड में मंगलवार को भारी बारिश के बीच चार घंटे के भीतर तीन भूस्खलन हुए थे। इससे मुंदक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में तबाही मच गई। कई लोग चालियार नदी में बह गए। पीड़ितों की मदद के लिए 45 राहत शिविर बनाए गए हैं। यहां 3,069 लोगों को रखा गया है।

  • वायनाड भूस्खलन के ताजा अपडेट्स
  • वायनाड जिला प्रशासन ने लापता लोगों की संख्या तय करने के लिए डेटा जुटाना शुरू कर दिया है। राशन कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेजों की समीक्षा करके लापता लोगों की जानकारी ली जा रही है।
  • सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान बचाव अभियान में जुटे हैं। ध्वस्त हो चुके घरों की छतों और मलबे के नीचे पीड़ितों और संभावित जीवित बचे लोगों की तलाश की जा रही है। सेना के 225 जवान बचाव अभियान में शामिल हैं। सेना की कई कंपनियों को तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु से कालीकट भेजा गया है।

  • वायनाड के चूरलमाला और मुंदक्कई गांवों को जोड़ने वाला एक पुल भारी बारिश के कारण बह गया। इसके बाद सेना ने एक अस्थायी ढांचा तैयार कर 1,000 से अधिक लोगों को बचाया। हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए गए हैं।

  • मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में वायनाड व कई अन्य जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।