सार
सेना की तीनों विंग थलसेना, नौसेना और वायुसेना में नए युवकों की भर्ती के लिए सरकार ने हाल ही में अग्निपथ भर्ती योजना लॉन्च की है। इस योजना के तहत अग्निवीरों को 4 साल के लिए सेना में सेवा देने का मौका मिलेगा। हालांकि, सरकार की इस योजना पर अब विपक्ष समेत कई रक्षा विशेषज्ञ भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
Agnipath Scheme: भारतीय सेना की तीनों विंग थलसेना, नौसेना और वायुसेना में नए युवकों की भर्ती के लिए सरकार ने हाल ही में अग्निपथ भर्ती योजना लॉन्च की है। इसके तहत सिर्फ 4 साल के लिए युवकों की भर्ती की जाएगी। इन सैनिकों को अग्निवीर नाम दिया गया है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को 30-40 हजार रुपए प्रति महीना वेतन के अलावा और भी कई तरह के भत्ते दिए जाएंगे। हालांकि, विपक्ष और डिफेंस एक्सपर्ट सरकार की इस योजना पर सवाल उठा रहे हैं। इतना ही नहीं, बिहार में तो इसको लेकर विरोध भी शुरू हो गया है।
आखिर क्यों उठ रहे सवाल ?
प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस का कहना है कि इस स्कीम के तहत भर्ती होने वाले युवा जब 4 साल की नौकरी पूरी कर लेंगे तो फिर फिर उनका फ्यूचर क्या होगा? कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक, अग्निपथ योजना पर रक्षा विशेषज्ञों के अलावा और भी कई लोग सवाल उठा रहे हैं। ये भारतीय सेना की परंपरा के साथ खिलवाड़ है।
किस तरह के सवाल उठ रहे?
1- क्या सेना के लिए स्थायी भर्तियों का कोटा 4 साल के कॉन्ट्रैक्ट भर्ती योजना से पूरी हो जाएगा?
2 - नेवी और एयरफोर्स के लिए स्पेशलिस्ट कॉडर वाले लोगों की जरूरत होती है। यही वजह है कि इनकी ट्रेनिंग में लंबी चलती है। ऐसे में सिर्फ 4 साल के लिए भर्ती होने वाले युवाओं का ज्यादा समय तो इस ट्रेनिंग में ही निकल जाएगा।
3 - योजना के तहत 10 हफ्तों से 6 महीने तक की बेसिक ट्रेनिंग का प्रावधान है। लेकिन सेना में हथियार, टैंक, आर्टिलरी और मिसाइल यूनिट्स के साथ ही कई तकनीकी चीजों को सीखने में लंबा समय लगता है। ऐसे में सिर्फ 6 महीने की बेसिक ट्रेनिंग में युवा कैसे प्रशिक्षित होंगे?
4 - सेंट्रल गवर्नमेंट के ग्रुप-डी और फोर्थ क्लास के कर्मचारियों का वेतन भी 30 हजार से ज्यादा होता है। ऐसे में 4 साल के ठेके पर भर्ती होने वाले युवा सैनिकों का वेतन इनसे भी कम क्यों रखा गया है?
5- 4 साल की नौकरी के बाद जब अग्निवीरों का कॉन्ट्रैक्ट पूरा हो जाएगा तो उनके फ्चूयर का क्या होगा? 25 साल की उम्र में ये युवा अपनी पढ़ाई छोड़ सेना में शामिल होंगे, लेकिन वहां से हटने के बाद इनके पास कोई एक्सट्रा डिग्री भी नहीं होगी।
6- सेना में 15 साल की नौकरी के बाद जब नियमित सैनिक भी रिटायर होकर आते हैं तो उन्हें ज्यादा से ज्यादा किसी बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की जॉब मिलती है। ऐसे में इन अग्निवीरों का क्या होगा?
7- वहीं कुछ डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब कोई आर्मी या दूसरी फोर्स से रिटायर होता है तो सिविल सेवा में उन्हें बहुत अच्छी नौकरी नहीं मिलती?
8- एक युवा को आर्मी का ट्रेंड जवान बनने में कम से कम 7-8 साल लग जाते हैं। ऐसे में जो अग्निवीर होंगे वो सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग में कैसे अच्छे सैनिक साबित होंगे। वहीं 4 साल बाद उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा?
सवालों पर सरकार का जवाब :
वहीं, इस तरह के तमाम सवालों पर सरकार की ओर से कहा गया है कि अग्निपथ योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को CAPF (सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेस) और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। इस तरह 'अग्निपथ योजना' से ट्रेंड युवा सैनिक के पास आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा का मौका रहेगा।
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