सार

बैक्टीरिया ने अब तक के सबसे बड़े बैक्टीरिया की खोज की है। यह इतना बड़ा है कि नंगी आखों से भी देखा जा सकता है। इसे थियोमार्गरीटा मैग्निफा नाम दिया गया है। 
 

नई दिल्ली। बैक्टीरिया एक सुक्ष्म जीव है। इसे देखने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत होती है, लेकिन वैज्ञानिकों ने एक ऐसे बैक्टीरिया की खोज की है, जिसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है। यह अब तक खोजा गया दुनिया का सबसे बड़ा बैक्टीरिया है। नए खोजे गए बैक्टीरिया का नाम थियोमार्गरीटा मैग्निफा रखा गया है। यह आम बैक्टीरिया से करीब 50 गुना बड़ा है। यह पहला बैक्टीरिया है जिसे इंसान अपनी नंगी आंखों से भी देख सकते हैं। सेंवई के आकार का यह बैक्टीरिया कैरिबियन द्वीप समूह के ग्वाडेलोप में मिला है। 

9,000 माइक्रोमीटर है औसत लंबाई 
बैक्टीरिया प्रजाति के समान्य बैक्टीरिया की लंबाई 1-5 माइक्रोमीटर लंबी होती है। वहीं, नए खोजे गए बैक्टीरिया के प्रजाति की  औसतन लंबाई 10,000 माइक्रोमीटर लंबी होती है। साइंस जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में इस खोज के बारे में विस्तार से बताया गया है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि जीवाणु की औसत लंबाई 9,000 माइक्रोमीटर से अधिक होती है।

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मैंग्रोव के पत्तियों पर मिला बैक्टीरिया
वैज्ञानिकों ने इस बैक्टीरिया को ग्वाडेलोप के द्वीपसमूह के मैंग्रोव के पत्तियों पर पाया था। बाद में इसे दलदल में सीप के खोल, चट्टानों और कांच की बोतलों पर भी मिला। वैज्ञानिक अभी तक इसे लैब कल्चर में विकसित नहीं कर पाए हैं। बता दें कि बैक्टीरिया एक कोशिका वाले जीव हैं। ये धरती पर लगभग हर जगह रहते हैं। माना जाता है कि बैक्टीरिया पृथ्वी पर रहने वाले पहले जीव हैं। लोगों के शरीर में जीवाणुओं की भरमार होती है। इनमें से बहुत कम बैक्टीरिया के चलते ही रोग होते हैं। बैक्टीरिया के चलते जहां हैजा, टीबी और न्यूमोनिया जैसे घातक रोग होते हैं। वहीं, इसके चलते खाना पचाने के लेकर कई तरह के काम होते हैं। बैक्टीरिया धरती पर जीवन के लिए जरूरी हैं। 

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