शिवसेना के बागी विधायकों ने गवर्नर को पत्र लिखकर जान का खतरा बताया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने डीजीपी रजनीश सेठ को निर्देश दिया है कि बागी विधायकों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। कुछ नेताओं से उनके जान को खतरा है।
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Maharashtra Political Crisis : शिवसैनिकों का विरोध, शिंदे गुट 2 दिन में करेगा दावा पेश
महाराष्ट्र में शिवसेना से बगावत करने वाले नेताओं का कहना है कि उन्होंने शिवसेना को एमवीए से बचाने के लिए बगावत की है। वहीं अब सरकार बनाने की कवायद भी तेज हो गई है। जानकारी के अनुसार बीती रात बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बीजेपी नेता अमित शाह व देवेंद्र फडनवीस से मुलाकात की है। यह मुलाकात गुजरात के वडोदरा शहर में हुई। वहीं यह सूचना आ रही है कि बागी नेताओं ने गुवाहाटी के होटल की बुकिंग दो दिन के लिए बढ़ा दी है। पहले यह बुकिंग 28 जून तक के लिए थी लेकिन अब इसे 30 जून तक के लिए बढ़ाया गया है। एकनाथ शिंदे ने आज दोपहर 12 बजे बागी नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। महाराष्ट्र के राजनैतिक संकट से जुड़ी हर अपडेट्स के लिए बने पढ़ते रहें हमारा लाइव ब्लाग..
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एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली में कहा कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ (गुवाहाटी) गए अन्य विधायकों ने एक नया गठबंधन बनाने की बात कही है, लेकिन NCP और कांग्रेस की नीति हमारे द्वारा बनाई गई गठबंधन सरकार का समर्थन करने के लिए स्पष्ट है। MVA सरकार है (महाराष्ट्र में) और हम इसका समर्थन जारी रखेंगे।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हमारी पार्टी का पूरा समर्थन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ है... मैं राष्ट्रपति चुनाव के लिए कल होने वाले नामांकन में यशवंत सिन्हा का साथ देने दिल्ली आया हूं।
महाराष्ट्र के भंडारा विधायक नरेंद्र भोंडेकर का जन्मदिन गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों की मौजूदगी में मनाया गया।
शिवसेनाके वरिष्ठ वकील देवदत्त कामत ने कहा कि शिवसेना द्वारा 16 विधायकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है। संविधान में प्रावधान है जो कहता है कि यदि कोई व्यक्ति किसी पार्टी की सदस्यता छोड़ देता है तो वह अयोग्यता के लिए पात्र है। अधिवक्ता देवदत्त कामत ने कहा कि संविधान के तहत, उपाध्यक्ष की अनुपस्थिति में स्पीकर की शक्ति होती है और ऐसे मामलों पर निर्णय ले सकता है। विद्रोहियों द्वारा एक अनधिकृत ईमेल पते के माध्यम से अविश्वास प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस टू-थर्ड मेजोरिटी की बात कही जा रही तो दलबदल विरोधी कानून की अवधारणा केवल विलय होने पर ही लागू होती है। जब तक विधायक किसी अन्य पार्टी में विलय नहीं करते, अयोग्यता लागू होती है। आज तक विलय नहीं हुआ और उन्होंने स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ी है।
गुवाहाटी में महाराष्ट्र सरकार के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे गुट की बैठक हो रही है। सूत्रों के अनुसार एकनाथ शिंदे ने सभी को आश्वासन दिया कि सभी के परिवारों को केंद्रीय सुरक्षा दी जा रही है। अगले 2 दिनों में सरकार गठन को लेकर भी निर्णय किया जा सकता है। शिंदे ने कहा कि मुंबई सुरक्षित कैसे पहुंचे, इसकी भी प्लानिंग की जा रही है। बैठक के दौरान डिप्टी स्पीकर के नोटिस और दलबदल कानून पर कानूनी चर्चा भी की गई।
केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार बस 2-3 दिनों की मेहमान है। उन्होंने महाराष्ट्र के मंत्री राजेश टोपे की मौजूदगी में कहा कि एमवीए को शेष विकास कार्य जल्द से जल्द पूरे करने चाहिए क्योंकि हम दो-तीन ही विपक्ष में रहेंगे। सरकार का समय समाप्त हो रहा है और 2-3 दिनों में सरकार गिर जाएगी।
शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी है। कई विधायक दलबदल कर असम जा चुके हैं। हमने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और अब तक 16 विधायकों को नोटिस दिया जा चुका है।
शिवसेना नेता संजय राउत बागी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि शिवसेना विधायक पद से इस्तीफा दें और नए सिरे से चुनाव का सामना करें। राउत ने कहा कि जो लोग लौटना चाहते हैं उनके लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं। संजय राउत ने कहा कि सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) जिसमें शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं, मौजूदा संकट से बचे रहेंगे।
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो लोग छोड़ना चाहते हैं और वे जो पार्टी में लौटना चाहते हैं, उनके लिए शिवसेना के दरवाजे खुले हैं। जो बागी विधायक देशद्रोही हैं, उन्हें पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों को सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है। कोश्यारी ने मुंबई के सीपी और महाराष्ट्र डीजीपी को चिट्ठी लिखकर इस संबंध में निर्देश दिया है।
महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही शतरंज की चालों के बीच एक और मंत्री शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सावंत गुवाहाटी के लिए निकल चुके हैं। वे शिंदे गुट में शामिल होंगे। सावंत के आने से अब बागी मंत्रियों की संख्या 8 पहुंच गई है।
गुवाहाटी का रेडिसन ब्लू इस समय महाराष्ट्र की राजनीति का केंद्र बन गया है। शिवसेना के बागी विधायक और मंत्री यहीं जमे हुए हैं। मुंबई में शिवसेना के हमले जारी हैं तो गुवाहाटी में भी मीटिंग और बैठक होने की सूचना मिली है। माना जा रहा है कि आज की बैठक में कोई अहम फैसला लिया जा सकता है। केंद्र सरकार ने बागी विधायकों व उनके परिवार को वीआईपी सुरक्षा दी। फिलहाल बैठक जारी है और उसमें होने वाले फैसले को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि दुख है कि जिस असम में बाढ़ आई है, जहां लोगों के लिए रहने के लिए जगह नहीं है वहां विधायकों पर पैसा खर्च किया जा रहा है। यह बात लोगों को सोचनी चाहिए। इस देश में लोकशाही है या नहीं यह भी सोचना जरूरी है क्योंकि यह (BJP) इसको विकल्प की तरह ले रहे हैं।
महाराष्ट्र में राजनैतिक संकट के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे व महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे कलिना, सांताक्रूज में पार्टी कार्यकर्ताओं के कार्यक्रम में शामिल हुए।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के खिलाफ शिवसैनिकों का विरोध मुंबई सहित कई शहरों में किया जा रहा है। नागपुर व नासिक में भी शिवसेना ने शिंदे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कि महाराष्ट्र में रहने वाले उनके परिवारों को भी सुरक्षित किया जाएगा क्योंकि सुरक्षा कवच में गृह सुरक्षा दल शामिल हैं। अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गृह मंत्रालय को की गई एक सिफारिश के बाद विधायकों को सुरक्षा की मंजूरी दी गई है। जिसमें कहा गया है कि उन्हें और उनके परिवारों को महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य के कारण उनकी शारीरिक सुरक्षा के लिए संभावित खतरों का सामना करना पड़ रहा है। आदेश में कहा गया है कि लगभग चार से पांच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कमांडो, पाली में प्रत्येक विधायक को महाराष्ट्र में सुरक्षा प्रदान करेंगे।
जानकारी के अनुसार एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता के पद से हटाने के महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर के फैसले पर कानूनी राय लेने के बाद एकनाथ शिंदे खेमा अदालत का दरवाजा खटखटाएगा। शिंदे गुट का कहना है कि डिप्टी स्पीकर को नोटिस का जवाब देने के लिए बागी विधायकों को कम से कम 7 दिन का समय देना चाहिए था।
सूत्रों की मानें तो बागी नेता रमेश बोर्नारे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, प्रकाश सुर्वे, सदानंद सरनावनकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर, संदीपन भुमारे को सीआरपीएफ की सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
महाराष्ट्र में चल रहे ताजा घटनाक्रम में नया डेवलपमेंट हुआ है। मुंबई में शिवसेना कार्यकर्ताओं की धमकी को देखते हुए बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने सुरक्षा प्रदान की है। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार ने शिवसेना के 15 बागी विधायकों को Y+ श्रेणी के सशस्त्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) सुरक्षा कवच प्रदान किया है।
महाराष्ट्र में सियासी बवाल बढ़ता ही जा रहा है और अब उद्धव ठाकरे व एकनाथ शिंदे के समर्थक भी आमने-सामने आ गए हैं। एकनाथ शिंदे खेमे के समर्थकों ने ठाणे में उद्धव ठाकरे के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों पर पेंट लगाया।