सार
बीते 9 सालों में देश के मेट्रो रेल नेटवर्क में 657 किलोमीटर और जोड़ा गया। आठ फरवरी 2024 तक देश के 20 शहरों में लगभग 905 किमी मेट्रो रेल लाइनें चालू हैं।
Metro Rail Network: मेट्रो रेल सिस्टम ने शहरी आवागमन को सुविधाजनक और सुगम बना दिया है। 10 सालों में मेट्रो के विकास के लिए केंद्र सरकार ने कई बड़े प्रयोग किए। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मेट्रो एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है। मेट्रो रेल प्रणाली की शुरुआत ने शहरी परिवहन में क्रांति ला दी है। वर्ष 2017 में पीएम मोदी की कैबिनेट में नई मेट्रो रेल नीति को भी मंजूरी मिली थी।
देश के 20 शहरों में 905 किलोमीटर मेट्रो रेल नेटवर्क
साल 2014 के पहले देश के पांच शहरों में मेट्रो सुविधा थी लेकिन यह 248 किलोमीटर तक की यात्रा को ही सुगम बनाती थी। हालांकि, इसके बाद मेट्रो के विस्तार में तेजी आई। बीते 9 सालों में देश के मेट्रो रेल नेटवर्क में 657 किलोमीटर और जोड़ा गया। 8 फरवरी 2024 तक देश के 20 शहरों में लगभग 905 किमी मेट्रो रेल लाइनें चालू हैं। 27 विभिन्न शहरों में 959 किलोमीटर निर्माणाधीन हैं।
नमो भारत ट्रेन की शुरुआत
180 किलोमीटर/प्रति घंटे की सक्षम गति और 160 किलोमीटर/प्रति घंटे की परिचालन गति वाली भारत की पहली अत्याधुनिक नमो भारत ट्रेन को दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर पर साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच प्राथमिकता वाले खंड पर शुरू किया गया है।
यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस)
एलटीई आधारित हाइब्रिड लेवल-III रेडियो-नियंत्रित ट्रेन सिग्नलिंग प्रणाली के साथ दुनिया का पहला अत्याधुनिक ईटीसीएस लेवल II दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर चलने वाली नमो भारत ट्रेनों में पेश किया गया है, जिससे यात्री सुरक्षा में वृद्धि हुई है।
प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी)
बेहतर सुरक्षा और दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करने के लिए, पीएसडी को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के साथ संयुक्त रूप से विकसित किया है।
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी)
वन नेशन-वन कार्ड यानी एनसीएमसी देश के सभी एनसीएमसी-सक्षम परिवहन प्रणालियों पर काम करता है।
क्यूआर आधारित टिकट प्रणाली
क्यूआर-आधारित टिकट प्रणाली ने मोबाइल-आधारित ऐप्स से टिकटों की बुकिंग की सुविधा प्रदान की है।
मानवरहित ट्रेन परिचालन (यूटीओ)
संसाधनों के बेहतर उपयोग सहित सेवा की बेहतर दक्षता और गुणवत्ता के लिए, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की पिंक और मैजेंटा लाइन पर मानव रहित ट्रेन चलाई जा रही है।
स्वदेशी स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली (आई-एटीएस)
डीएमआरसी और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) के संयुक्त प्रयासों से विकसित भारत की पहली स्वदेशी निर्मित स्वचालित ट्रेन पर्यवेक्षण प्रणाली को दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन पर लागू किया गया है।
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