सार
कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी हुई चुनौती को साधने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत कर दी है। इस बीच पीएम मोदी CII के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा, ये भी इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है कि वो हर मुश्किल से बाहर निकलने का रास्ता बना ही लेता है।
नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था के सामने खड़ी हुई चुनौती को साधने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत कर दी है। इस बीच पीएम मोदी CII के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा, CII को 125 साल सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। 125 सालों की यात्रा बहुत लंबी होती है। सवा सौ सालों तक किसी संगठन को चलाना बहुत बड़ी बात है। पीएम मोदी ने कहा, भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें इरादा, समावेश, निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीनता (इंटेंट, इंक्लूजन, इन्वेस्टमेंट, इन्फ्रास्ट्रक्चर और इनोवेशन) बहुत जरूरी हैं।
कोरोना पर क्या कहा?
कोरोना पर पीएम मोदी ने कहा, ये भी इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है कि वो हर मुश्किल से बाहर निकलने का रास्ता बना ही लेता है। आज भी हमें जहां एक तरफ इस वायरससे लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने हैं वहीं दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था का भी ध्यान रखना है।
"कोरोना के खिलाफ भारत ने सही समय पर सही कदम उठाए"
पीएम मोदी ने कहा, आज ये सब हम इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि जब दुनिया में कोरोना वायरस पैर फैला रहा था तो भारत ने सही समय पर सही तरीके से सही कदम उठाए। दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में लॉकडाउन का कितना व्यापक प्रभाव रहा है।
"गरीबों को तुरन्त राशन पहुंचाया गया"
पीएम मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना ने गरीबों को तुरंत लाभ देने में बहुत मदद की है। इस योजना के तहत 74 करोड़ लाभार्थियों के घर तक राशन पहुंचाया जा चुका है। प्रवासी श्रमिको के लिए भी फ्री राशन पहुंचाया जा रहा है। महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर डिलिवर किए हैं, वो भी मुफ्त।
"भारत के तेज विकास के लिए 5 चीजें बहुत जरूरी हैं"
पीएम मोदी ने कहा, भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत जरूरी हैं। इरादा, समावेश, निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीनता (इंटेंट, इंक्लूजन, इन्वेस्टमेंट, इन्फ्रास्ट्रक्चर और इनोवेशन। हाल में जो बोल्ड फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी।
"आजादी के बाद किसानों को बिचौलियों के हाथों छोड़ दिया गया था"
"सरकार आज ऐसे पॉलिसी रिफॉर्म भी कर रही है जिनकी देश ने उम्मीद भी छोड़ दी थी। अगर मैं कृषि सेक्टर की बात करूं तो हमारे यहां आजादी के बाद जो नियम-कायदे बने, उसमें किसानों को बिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था APMC एक्ट में बदलाव के बाद अब किसान जिसे चाहे अपनी फसल बेच सकता है। हमारे श्रमिकों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए लेबर रिफॉर्म भी किए जा रहे हैं।"
"हमें देशवासियों का जीवन बचाना है"
पीएम मोदी ने कहा, हमें एक तरफ देशवासियों का जीवन भी बचाना है तो दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था को भी स्थिर करना है। स्पीडअप करना है। इस स्थिति में आपने गेटिंग ग्रोथ बैक की बात शुरू की है और निश्चित तौर पर इसके लिए आप सभी भारतीय उद्योग जगत के लोग बधाई के पात्र हैं।
- कोरोना ने हमारी स्पीड जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत, लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक फेज 1 में प्रवेश कर चुका है। अनलॉक फेज 1 में इकोनॉमी का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है।