सार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से बगावत करके महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजित पवार (Ajit Pawar) ने मुंबई में शक्ति परीक्षण किया। उन्होंने अब पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर भी दावा ठोंक दिया है।
Maharashtra Political Crisis. मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो गुटों ने शक्ति-परीक्षण किया। एक तरफ चाचा शरद पवार ने विधायकों की मीटिंग बुलाई तो दूसरी तरफ भतीजे अजित पवार ने 35 विधायकों की परेड कराकर पार्टी के नाम और सिंबल पर भी दावा ठोंक दिया है। अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग को हलफनामा देकर शरद पवार की जगह अजित पवार को पार्टी प्रेसीडेंट बताया है। आइए जानते हैं कि आखिर दिन भर क्या-क्या घटनाक्रम देखने को मिला।
- दिन की सबसे चौंकाने वाली घटना यह रही कि अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को एनसीपी अध्यक्ष पद से हटा दिया है और खुद को नया अध्यक्ष घोषित कर दिया है। यह घटनाक्रम सबसे महत्वपूर्ण है।
- अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग को हलफनामा सौंपा है, जिसमें अजित पवार को प्रेसीडेंट बताया गया है। साथ ही पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह भी अजित पवार गुट को देने की अपील की गई है।
- सबसे बड़ी बात यह है कि अजित पवार की मीटिंग में एनसीपी के 35 विधायक शामिल हुए जबकि चाचा शरद पवार की मीटिंग में सिर्फ 13 विधायक ही सम्मिलित हो पाए।
- यह भी खबर है कि एनसीपी के अजित पवार गुट के विधायकों को होटल में शिफ्ट किया गया है ताकि किसी भी तरह की टूट को रोका जा सके। अब गेंद चुनाव आयोग के पाले में है कि वे कैसे पूरे घटनाक्रम पर निर्णय लेते हैं।
- शरद पवार ने एनसीपी की मीटिंग में कहा कि अजित पवार तो खोटा सिक्का निकला। उन्होंने कहा कि हम सत्ता के भूखे नहीं हैं और पार्टी का सिंबल और नाम हमारे पास ही रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।
- अजित पवार ने चाचा शरद पवार को उनकी उम्र का हवाला देते हुए कहा कि 83 साल के हो गए हैं और अब आपको सिर्फ आशीर्वाद देना चाहिए। अजित ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देकर चाचा पर निशाना साधा।
- एनसीपी में शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार ने कहा कि कोई भी पार्टी विचारधारा और कार्यकर्ताओं के दम पर चलती है। आप विचारधारा बदलते रहेंगे तो जनता का विश्वास उठ जाएगा। शरद पवार ने 60 साल से एक विचारधारा पर काम किया।
- शरद पवार के करीबी एकनाथ खड़से ने कहा कि कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने लायक है और मुझे लगता है कि हम और सांसदों-विधायकों को निर्वाचित कराने में सफल होंगे। कहा कि जब बीजेपी 2 से 300 तक पहुंच सकती है तो हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते हैं।
- शरद पवार के करीबी अनिल देशमुख ने भी अजित पवार पर निशाना साधा है और कहा कि 82 साल का शेर अभी जिंदा है। उसके रिटायरमेंट की बात करना बचकाना है। शरद पवार ने विधायकों से वफादारी निभाने की भी अपील की है।
- अजित पवार गुट और शरद पवार गुट के बीच की टकराहट के बाद एक बड़ी डेवलपमेंट यह है कि एकनाथ शिंदे गुट के कुछ विधायक भी नाराज हैं। उनका कहना है कि अजित पवार के आने से उन्हें उचित जगह नहीं मिल सकेगी।
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