सार

पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से तार जुड़ने पर एनआईए ने बिहार, यूपी, गोवा और पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की है। चार राज्यों में कई स्थानों पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी की छापेमारी से हड़कंप मच गया है।

NIA Raids. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से तार जुड़ने पर एनआईए ने बिहार, यूपी, गोवा और पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की है। चार राज्यों में कई स्थानों पर नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी की छापेमारी से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार एनआईए ने बिहार में 12 स्थानों पर छापेमारी की है। वहीं उत्तर प्रदेश में दो स्थानों पर रेड डाली गई है। इसके अलावा पंजाब और गोवा में एक-एक स्थान पर छापेमारी की गई है।

बिहार के दरभंगा में छापेमारी

जानकारी के अनुसार बिहार के दरभंगा जिले के उर्दू बाजार में छापेमारी की गई है। यहां के डेंटिस्ट के ठिकाने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रेड डाली है। पीएफआई के साथ संबंध के होने की जानकारी पर सिंघवाड़ा पुलिस थानाक्षेत्र के शंकरपुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति के घर पर भी छापेमारी की गई है।

पीएफआई पर लग चुका है प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने पिछले साल सितंबर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगाया था। पीएफआई पर आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठन से संबंध रखने, आतंकी फंडिंग वह हिंसक वारदातों में शामिल रहने के आरोप लगे थे।

यूएपीए ट्रिब्यूनल ने लगाई मुहर

पीएफआई पर प्रतिबंध के निर्णय पर यूएपीए ट्रिब्यूनल ने भी मुहर लगा दी थी। पीएफआई पर यूएपीए एक्ट के तहत प्रतिबंध की कार्रवाई की गई है। ट्रिब्यूनल का नेतृत्व कर रहे दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस दिनेश कुमार शर्मा ने भी इस प्रतिबंध को सही ठहराया था।

पीएफआई का विवादों से नाता

पीएफआई का विवादों से पुराना नाता रहा है। राजस्थान, एमपी और यूपी में हुई हिंसा में भी इस संगठन का नाम सामने आया था। इतना ही नहीं कर्नाटक के हिजाब विवाद में भी पीएफआई की भूमिका का खुलासा हुआ था। नागरिकता कानून को लेकर तनाव पैदा करने में भी इस संगठन की भूमिका सामने आई थी। कई राज्यों ने पीएफआई पर बैन की मांग की थी।

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