सार
ChatGPT: अमेरिकी AI (Artificial Intelligence) कंपनी OpenAI ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि उस पर भारत में कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया जा सकता। वह न तो भारत में डेटा स्टोर करती है और न ही अपने भाषा मॉडल को ट्रेनिंग देती है।
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार OpenAI के वकील ने कोर्ट में कहा, "किसी भी ऐसी कार्रवाई को जिसे उल्लंघन माना जाता है इस देश में होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं है तो वह उल्लंघन नहीं हो सकती।"
ANI ने OpenAI पर लगाया बिना अनुमति कंटेंट इस्तेमाल करने का आरोप
हाईकोर्ट में न्यूज एजेंसी Asian News International (ANI) द्वारा दायर मुकदमे की सुनवाई हुई। इसमें OpenAI पर आरोप लगाया गया था कि उसने अपने बड़े भाषा मॉडलों को ट्रेंड करने और चलाने के लिए बिना अनुमति के उसके कंटेंट का इस्तेमाल किया।
बता दें कि OpenAI AI चैटबॉट ChatGPT चलाती है। ChatGPT को इंटरनेट से मिले डेटा पर ट्रेनिंग दी जा रही है। OpenAI के कानूनी सलाहकार ने कोर्ट में तर्क दिया कि भारत के कॉपीराइट अधिनियम 1957 को भारत के बाहर की गतिविधियों पर लागू नहीं किया जा सकता।
OpenAI के वकील अमित सिब्बल ने कहा कि OpenAI द्वारा कॉपीराइट कंटेंट का इस्तेमाल non-expressive था। इसके कारण भले ही कॉपीराइट अधिनियम भारत के बाहर लागू हो, लेकिन इसके काम को अवैध नहीं माना जाएगा।
ChatGPT ने अपनी भाषा मॉडल को ट्रेनिंग देने के लिए किया ANI के कंटेंट का इस्तेमाल
OpenAI के खिलाफ अपने केस में ANI ने दावा किया कि ChatGPT अपनी भाषा मॉडल को ट्रेनिंग देने के लिए इसके कंटेंट का इस्तेमाल करता है। बिना अनुमति लिए व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कॉपीराइट किए गए कंटेंट को स्टोर और रीप्रोड्यूस करता है। इसपर OpenAI ने जवाब दिया कि भारत में इसका कोई सर्वर या ऑफिस नहीं है। OpenAI ने भारत में ANI की सामग्री को रीप्रोड्यूस करने से इनकार किया। OpenAI ने कहा कि उसने न्यूज एजेंसी द्वारा केस किए जाने पर अक्टूबर से ChatGPT को ट्रेनिंग देने के लिए ANI की वेबसाइट इस्तेमाल करना बंद कर दिया था।
ANI ने आरोप लगाया कि ChatGPT ANI के कंटेंट का इस्तेमाल कर जवाब तैयार करता है। एजेंसी के बारे में गलत बयान देता है, इसमें मनगढ़ंत बयान भी शामिल हैं। इससे एएनआई की प्रतिष्ठा को खतरा है। फर्जी खबरें फैलने का जोखिम है। ANI ने 2 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है।