राहुल गांधी ने सदन में एकलव्य और गुरु द्रोणाचार्य की कहानी सुनाई। इसके बाद कहा कि अंगूठा हुनर का प्रतिक है। जैसे एकलव्य का अंगूठा काटा गया वैसे ही आप (सत्ता पक्ष) देश के युवाओं का अंगूठा काट रहे हो। आप पोर्ट, एयरपोर्ट, डिफेंस अडानी को देते हैं तो आप देश के युवाओं का अंगूठा काटते हैं।
लोकसभा में संविधान दिवस पर बहस: राहुल बोले- सावरकर ने कहा था कानून है मनु स्मृति
Parliament Winter session: संविधान के 75 वर्ष पूरा होने पर लोकसभा में दो दिवसीय बहस की शुरुआत शुक्रवार को हुई। दो दिन के बहस के सबसे आखिर में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलेंगे। इस स्पेशल सेशन के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने तीन लाइन की व्हिप जारी की है। पहले दिन की बहस शुक्रवार रात 8 बजे तक चली। इस दौरान एक बार सत्तापक्ष के हंगामा के बाद आधा घंटा के लिए सदन स्थगित भी हुआ।
- FB
- TW
- Linkdin
विपक्ष के नेता राहुल गांधी लोकसभा में बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान अपने आप में जीवन दर्शन है। संविधान में हमारी विरासत की झलक है। संविधान में हमें बाबा साहेब की झलक मिलती है। हमारा संविधान हमारी आवाज है। सावरकर ने कहा था कि संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। उन्होंने कहा था कि मनु स्मृति कानून है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में संविधान पर चल रही बहस का जवाब देंगे। शुक्रवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा पर संविधान को संघ की नियम पुस्तिका बनाने का आरोप लगाया था। संविधान पर बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को की थी।
पहले दिन के डिबेट में आईयूएमएल के सांसद ईटी माहम्मद बशीर, बीजेपी सांसद डी पुरंधेश्वरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल,जेडीएस सांसद एम. मल्लेश बाबू, भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भी भाग लिया। रात 8 बजे लोकसभा को अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
पहले दिन के डिबेट में आईयूएमएल के सांसद ईटी माहम्मद बशीर, बीजेपी सांसद डी पुरंधेश्वरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल,जेडीएस सांसद एम. मल्लेश बाबू, भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भी भाग लिया। रात 8 बजे लोकसभा को अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सपा सांसद इकरा हसन ने कहा कि आज पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक समुदाय को संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए हर रोज मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आज ऐसा लगता है कि संविधान की किताब तो है लेकिन इसे चलाने वालों का ईमान गुम हो गया है। आज हिंदुस्तान में हर वर्ग को किसी न किसी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। अल्पसंख्यक खासकर मुसलमानों पर जो कहर टूटा है वो किसी से छुपा नहीं है। ये लोग सिर्फ अपनी मजहबी पहचान की वजह से निशाने पर हैं। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि हेट स्पीच, मॉब लिंचिंग, बुलडोजर द्वारा घरों को गिराने की घटनाएं आम हो गई हैं खासतौर पर उत्तर प्रदेश में जहां ऐसा लगता है कि कानून के नाम पर जंगलराज चल रहा है। संभल में जो हुआ वो सभी के सामने है. पुलिस के संरक्षण में लोगों की हत्या की गई। इकरा हसन चौधरी ने बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार और हत्याओं का मुद्दा उठाते हुए उनको संरक्षण देने की मांग की है। सांसद इकरा ने कहा कि किसी भी देश में अल्पसंख्यक अगर संरक्षित नहीं रहेगा तो विकास संभव नहीं है।
कांग्रेस सांसद हैबी ईडन ने कहा कि संविधान में सरकार की ड्यूटी है लोगों की रक्षा करना। देश के प्रधानमंत्री को कपूर्स के लिए समय है लेकिन मणिपुर के लिए समय नहीं है। मणिपुर में भी बीजेपी की सरकार है, देश में भी बीजेपी की सरकार है। मणिपुर में 100 से अधिक लोगों की हिंसा में मौत हो चुकी है। काफी लोग बेघर हो चुके हैं। एक साल से राज्य जल रहा है।
आम आदमी पार्टी के सांसद मानविंदर सिंह कंग ने कहा कि यह समय देश के भाईचारा को बचाने का समय है। देश के संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति आज कपड़ों और भेषभूषा से पहचान की बात कह रहा है। किसानों को खालिस्तानी कहा जा रहा है। पगड़ी पहने आईपीएस अफसर को बीजेपी के एक नेता ने यूपी में खालिस्तानी कहा। हमारे फंडामेंटल राइट्स को मजबूत करने का दावा किया जा रहा है लेकिन हो इसके ठीक उल्टा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्र संवैधानिक संस्थाएं भी स्वतंत्र नहीं है। चाहे इलेक्शन कमीशन हो या ज्यूडिशरी की बात करें तो उन पर सवाल उठ रहे हैं। एक जज कैसे कम्युनल बात कर सकता है। आज स्थितियां ठीक नहीं। हर रोज धार्मिक आजादी के नाते लोगों का उत्पीड़न हो रहा है। जम्मू-कश्मीर से लेकर मणिपुर तक देखिए। हर रोज लोगों के पहनावे, जाति-पात को लेकर उत्पीड़न किया जा रहा।
जगदंबिका पाल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आप समाजवाद की बात करते हैं। समाजवाद किस पर आधारित है, समाजवाद समानता पर आधारित है। जब समानता की बात करते हैं तब न्याय है। हमने न्याय की समानता को पूरा करने का काम किया। आर्टिकल 370 और 35ए को खत्म करके हमने जम्मू-कश्मीर में भी समानता का अधिकार देने का काम किया। अब पूरा देश देख रहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बन चुका है और वहां संविधान पूरी तरह से लागू हो गया है। वहां पहली बार संविधान दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को नारकीय जीवन से निकाला है। तीन तलाक की वजह से बहु-बेटियों को बचाया। अल्पसंख्यक महिलाओं को नारकीय जीवन से छुटकारा दिलाकर हमने असली आजादी दी। हम समानता और न्याय की बात नहीं करते तो हम ऐसा क्यों करते। हम सबके लिए कानून का प्रावधान करते हैं। यूसीसी की बात हो रही है। आखिर यूसीसी की चर्चा, संविधान सभा से लेकर 2024 तक हो रही है। इस पर विपक्ष अपना स्टैंड बताए।
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि विपक्ष ने चुनाव में पूरे देश को गुमराह करने की कोशिश की है। आरक्षण को लेकर गलत आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा कि देश में नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं होती तो एससी-एसटी का रिजर्वेशन समाप्त हो जाता। 2030 तक हमने एससी-एसटी तक आरक्षण को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की बाद से बैकवर्ड को संवैधानिक अधिकार हमने दिया। बैकवर्ड कमीशन को हमने संवैधानिक दर्जा देने की बात की है। हम कानून बनाकर उनके अधिकारों की रक्षा करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने 103वां संविधान संशोधन करके ईडब्लयूएस को आरक्षण दिया। पहली बार हमने आर्थिक आधार पर आरक्षण देने का काम किया।
महुआ मोइत्रा के जज लोया हत्याकांड पर टिप्पणी के बाद सत्तापक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन को आधा घंटा के लिए 6.15 बजे तक स्थगित कर दिया है।
महुआ ने कहा कि पिछले 10 साल से अधिक लोग मानते रहे कि संविधान खतरे में है। मोदी सरकार ने केवल इमरजेंसी और नेहरू पर ठीकरा फोड़ती रही और अपनी जवाबदेही से बचती रही। संविधान के सबसे बड़े अधिकार वोटर को मिले जिसकी खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। पिछले कई इलेक्शन में देखने को मिला। इस देश में अल्पसंख्यकों को दोयम दर्जा का नागरिक समझा और बनाया गया जबकि उनको भी समानता का अधिकार है। बीजेपी राज्य एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं बुलडोजर जस्टिस में। विशेषकर इससे अल्पसंख्यकों के घरों को निशाना बनाया जा रहा है। हम इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गए। यह पूरी तरह से संविधान के आर्टिकल 15 का उल्लंघन है जिसे बीजेपी शासित राज्यों ने किया।
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि संविधान केवल एक किताब नहीं है बल्कि यह देश की आत्मा और जीवन है। इस देश को और संविधान को सामान्य पुरुष और महिलाओं ने बनाया है। यह संविधान यह कहता है कि देश या संविधान से बड़ा काई एक व्यक्ति नहीं है। मोइत्रा ने शायर डॉ.हेलाल फरीद की एक नज्म से सत्ता पक्ष पर कटाक्ष किया। उन्होंने सुनाया: मुबारक घड़ी है, सजधजकर, मेकअप रचकर, खूब जंचकर देखो उसका मंच पर आना, किताब संविधान की आंखों से लगाना और फरमाना, मैं शीश को झुकाकर इस किताब को मन में बसाकर ईश्वर की शपथ लेता हूं, रात ढलने दीजिए, दिल बदलने दीजिए, कल तलब यह बेवफा, सितमगरों का बादशाह सब भूल जाएगा, नफरतें उगाएगा, दूरिया बढाएगा, रोज संविधान की धज्जियां उड़ाएगा, मगर आज जो महफिल सजी है, यही मानती है कि हीरो वही है, मुबारक घड़ी है।
फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि समाजवाद की मशाल जिसकी संविधान में व्यवस्था है उस मशाल को मुलायम सिंह के बाद अखिलेश यादव लेकर आगे चल रहे हैं। बीजेपी की डबल इंजन सरकार ने धार्मिक स्थलों को बिगाड़ने का काम किया है। हमारे देश की न्यायपालिका का हमें आभारी होना चाहिए कि उसने यह संदेश दिया है कि अब देश में कानून का राज चलेगा। देश को जलाने वालों को मौका नहीं दिया जाएगा। हमारे देश के करोड़ों नौजवान बेराजगार, देश की दौलत सोना-चांदी नहीं बल्कि हमारे युवा। लेकिन यह सरकार उनको रोजगार नहीं दे पा रही। बीजेपी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की नगरी में आम लोगों के घरों को उजाड़ रही। अयोध्या ने संदेश दिया है कि अब धर्म के नाम पर राजनीति नहीं चलेगी। अब राजनीति बाबा साहेब के संविधान की चलेगी, महंगाई दूर करने की राजनीति चलेगी। बेरोजगारी दूर करने की राजनीति चलेगी।
एलजेपी सांसद शांभवी चौधरी ने कहा कि हमें गर्व है कि हम वर्ष संसद में शपथ लिए जब देश संविधान का 75वां वर्ष मना रहा। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी जी की अगुवाइ में देश की एफडीआई बढ़ी है जबकि कांग्रेस की एसडीआई बढ़ी। एसडीआई का मतलब मैं बताउंगी तो हंगामा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का हाल मुंह में राम बगल में छुरी वाला है। 2008 में इस सदन में कैश फार वोट स्कैम कर लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया गया था। इमरजेंसी में संविधान का चीरहरण हुआ था उसे हम सबने देखा था।
डॉ.अमोल कोल्हे ने कहा कि आज किसान मजबूरी से खेती कर रहा है क्योंकि उसके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है, रोजगार का कोई साधन नहीं है। सरकार किसान सम्मान जैसी योजनाएं तो लाती है लेकिन किसान का असली सम्मान तब होगा जब किसान को उसकी फसल का असली दाम मिलेगा, किसानों के हित में इंपोर्ट और एक्सपोर्ट पॉलिसी बनाई जाएगी। जो आर्थिक न्याय की बात किसानों पर लागू होती है वही देश के नौजवानों पर भी लागू होती है। संविधान में गरिमापूर्ण जीवन की बात कही गई है लेकिन हर इंटरव्यू की लाइन में खडे़ नौजवानों की भीड़ देखें या प्यून की नौकरी के लिए पीएचडी किए नौजवान को लाइन में खड़े देखे तो हम सोचने पर मजबूर हो जा रहे हैं कि क्या हम देश के नौजवान को गरिमापूर्ण जीवन दे रहे हैं।
एनसीपी शरदपवार गुट के सांसद डॉ.अमोल रामसिंह कोल्हे ने कहा कि संविधान में शिवाजी महाराज के स्वराज की प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि हम अमृतकाल की बात कर रहे हैं। जब अमृत की बात होगी तो हलाहल की बात तो निकलती है और जब हलाहल की बात निकले तो मंथन तो होना चाहिए। लेकिन इस मंथन में मेरा मानना है कि पुराने जख्मों को कुरेदने की बजाय वर्तमान का परीक्षण करें और भविष्य का अवलोकन करें। उन्होंने कहा कि किसी नेता का किसी उद्योगपति से क्या संबंध है, कौन किसकी फ्लाइट से गया और कौन किसको कितना डोनेशन दिया इस पर ध्यान देने की बजाय यहां इस पर ध्यान देना चाहिए कि आम आदमी, किसान और गरीब की समस्या यहां उठायी गई या नहीं। उनकी समस्या का समाधान यहां होता है या नहीं। हम देशहित के मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं, बहस चाहते हैं ना कि राजनीतिक नारेबाजी।
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने संविधान पर चर्चा के दौरान सांप्रदायिक हो रहे माहौल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आजादी की लड़ाई लेकर देश की सीमाओं पर लड़े गए विभिन्न युद्ध में पंजाब और पंजाबियों के योगदान को याद करते हुए सदन में ललकारा कि जहां भारत और देश के जयकारे लगने चाहिए वहां सब कोई अपने अपने नारे लगा रहा। उन्होंने कहा कि 65 की लड़ाई में लालबहादुर शास्त्री ने जय जवान-जय किसान का नारा दिया था। लेकिन आज जवान भी खत्म और किसान भी खत्म कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 1971 की लड़ाई हुई और इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए फिर उनकी जुर्रत नहीं हुई हिंदुस्तान के साथ लड़ाई करने की। आप बात करते हैं कि किया क्या हमने इतने सालों में, जब अनाज का अभाव था तो नेहरू और प्रताप सिंह कैरो ने पंजाब को एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी दी। भाखड़ा डैम दिया तो हमने देश का अनाज भंडार भर दिया। आज पंजाब के हाल क्या कर दिया है। उनको देश की राजधानी में नहीं आने दिया जा रहा।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा की बात तब होगी जब मणिपुर के लोगों का अधिकार संरक्षित किया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री चुनाव के पहले पश्चिम बंगाल जाते हैं और संदेशखाली में कहते हैं कि संदेशखाली देश का अंग है, महिलाएं देश की बेटी है। मैं यह सवाल पूछता आज कि क्या मणिपुर देश का अंग नहीं है, क्या मणिपुर की बेटी देश की बेटी नहीं है। पीएम बताएं कि क्या मणिपुर की नारी की इज्जत, देश की इज्जत नहीं है?
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि 20 करोड़ से ज्यादा अल्पसंख्यकों विशेषकर मुस्लिमों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का काम चल रहा है। उनके घर तोड़े जा रहे हैं, उनके पूजा स्थलों पर कार्रवाई की जा रही है। धर्मनिरपेक्ष शासन की क्या यही परिभाषा है? यूपी में इस तरह की घटनाएं जानबूझकर की गईं। जिस समय यूपी का इलेक्शन चल रहा था, वोट डालने वालों को रोका गया। लोगों को वोट डालने वालों को डराया जा रहा था। ऐसे इंतजाम थे कि वह बूथ तक ना पहुंच पाएं। तस्वीरें पूरे देश और दुनिया ने देखी थीं। यूपी सरकार के इशारे पर पुलिस अधिकारी ने रिवॉल्वर दिखाकर महिलाओं को वोट डालने से रोका।