सार

पीएम मोदी ने क्रिसमस पर कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस में शांति और भाईचारे का संदेश दिया। उन्होंने जर्मनी में हुए हमले पर दुःख जताया और CBCI की 80वीं वर्षगांठ पर बधाई दी।

PM Modi in Christmas Programme: क्रिसमस की धूमधाम शुरू हो चुकी है। ईसाई समुदाय के सबसे बड़े त्योहार पर कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ इंडिया ने कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत किया। क्रिसमस की बधाई देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रभु ईसा मसीह की शिक्षाएं प्रेम, सद्भाव और भाईचारे का जश्न मनाती हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम सभी इस भावना को और मजबूत बनाने के लिए काम करें। हालांकि जब हिंसा फैलाने और समाज में व्यवधान पैदा करने की कोशिश की जाती है तो मुझे बहुत दुख होता है। पीएम मोदी ने श्रीलंका और जर्मनी में क्रिसमस इवेंट्स के दौरान हुए हमलों पर दु:ख जताया।

कैथॉलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ इंडिया के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले हमने देखा कि जर्मनी में क्रिसमस बाजार में क्या हुआ। यह जरूरी है कि हम ऐसी चुनौतियों से लड़ने के लिए एक साथ आएं। क्रिसमस की खुशी के बीच, यह दिन हमारे लिए एक साथ आने का एक विशेष अवसर है, जो इसे हम सभी के लिए यादगार बनाता है।

पवित्र बाइबल आशा को शक्ति और शांति का स्रोत मानती

उन्होंने कहा कि यह अवसर और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह CBCI की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। मैं इस अवसर पर CBCI और इससे जुड़े सभी लोगों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। क्रिसमस और भी खास है क्योंकि आप जयंती वर्ष की शुरुआत कर रहे हैं जो आप सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बार जयंती वर्ष के लिए आपने एक ऐसी थीम चुनी है जो आशा के इर्द-गिर्द घूमती है। पीएम मोदी ने कहा कि पवित्र बाइबल आशा को शक्ति और शांति का स्रोत मानती है।

पीएम ने कहा कि क्रिसमस की खुशियों में आप सबके साथ जुड़ने का ये अवसर ये दिन, हम सब के लिए यादगार रहने वाला है। कुछ ही हफ्ते पहले His Eminence Cardinal जॉर्ज कुवाकाड को His Holiness Pope Francis ने Cardinal की उपाधि से सम्मानित किया है। इस आयोजन में भारत सरकार ने केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में आधिकारिक रूप से एक हाई लेवल डेलिगेशन भेजा था। जब भारत का कोई बेटा, सफलता की इस ऊंचाई पर पहुंचता है तो पूरे देश को गर्व होना स्वाभाविक है। भारत की संतान, दुनिया में कहीं भी हो, किसी भी विपत्ति में हो, आज का भारत उन्हें हर संकट से बचाकर लाता है, इसे अपना कर्तव्य समझता है।

यह भी पढ़ें:

NHRC को मिला नया अध्यक्ष: रिटायर जस्टिस रामासुब्रमण्यन की नियुक्ति, जानें कौन हैं?