सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत मंडपम में वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के एक लाख से अधिक सदस्यों को प्रारंभिक सहायता पूंजी दी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 (World Food India 2023) का उद्घाटन किया। यह इस मेगा फूड इवेंट का सेकंड एडिशन है।
इस दौरान पीएम ने कहा कि भारत में इन्वेस्टर फ्रेंडली पॉलिसी बनी है। यह फूड सेक्टर को एक नई ऊंचाी पर ले जा रही है। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़ा ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें भारत ने अप्रत्याशित वृद्धि न दर्ज की हो। ये फूड सेक्टर से जुड़ी हर कंपनी के लिए, हर स्टार्टअप के लिए गोल्डेन अपॉर्चुनिटी है।
पैकेज्ड फूड की मांग बढ़ी है
नरेंद्र मोदी ने कहा, "पैकेज्ड फूड की मांग काफी बढ़ी है। इससे हमारे किसानों के लिए, हमारे स्टार्टअप्स और स्मॉल इंटरप्रेन्योर के लिए अन एक्सप्लोर अपॉर्चुनिटी क्रियेट हो रही है। भारत की महिलाओं में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को लीड करने की स्वभाविक क्षमता है। इसके लिए हर स्तर पर महिलाओं को, कुटीर उद्योगों और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स को प्रमोट किया जा रहा है।"
हमारी सुपर फूड बकेट का हिस्सा हैं मिलेट्स
उन्होंने कहा, "भारत में जितनी सांस्कृतिक विविधता है, उतनी ही खाद्य विविधता भी है। हमारी ये फूड डायवर्सिटी दुनिया के हर निवेशक के लिए लाभकारी है। भारत का सस्टेनेबल फूड कल्चर हजारों वर्षों की विकास यात्रा का परिणाम है। हमारे पूर्वजों ने फूड हैबिट को आयुर्वेद से जोड़ा। मिलेट्स हमारी सुपर फूड बकेट का हिस्सा हैं। भारत में हमने इन्हें श्रीअन्न की पहचान दी है। भारत की पहल पर आज दुनिया में एक बार फिर मिलेट्स को लेकर गाजरुकता अभियान शुरू हुआ है।
इस दौरान पीएम स्वयं सहायता समूहों (SHG) को मजबूत करने के लिए एक लाख से अधिक एसएचजी सदस्यों के लिए प्रारंभिक सहायता पूंजी दी। प्रधानमंत्री के कार्यालय ने बयान जारी कर बताया है कि इस समर्थन से एसएचजी को बेहतर पैकेजिंग और गुणवत्तापूर्ण विनिर्माण के माध्यम से बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी ने वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 के हिस्से के रूप में 'फूड स्ट्रीट' का उद्घाटन किया। इसमें क्षेत्रीय व्यंजन और शाही पाक विरासत को दिखाया जा रहा है। इस इवेंट में 200 से अधिक शेफ भाग ले रहे हैं और पारंपरिक भारतीय व्यंजन पेश कर रहे हैं। वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 का उद्देश्य भारत को 'दुनिया की खाद्य टोकरी' के रूप में प्रदर्शित करना और 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाना है।