सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल के वायनाड के चूरलमाला स्थित बेली ब्रिज पहुंचे। उन्होंने सेना के अधिकारियों से मुलाकात की और जाना कि बचाव अभियान किस तरह चलाया गया।

 

वायनाड। 30 जुलाई 2024 को वायनाड में भीषण भूस्खलन (Wayanad landslide) हुए थे। इससे हुए नुकसान की जानकारी लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को केरल पहुंचे। उन्होंने पहले आपदा प्रभावित क्षेत्र का एरियल सर्वे किया। इसके बाद वायनाड के चूरलमाला स्थित बेली ब्रिज पहुंचे।

नरेंद्र मोदी ने सेना के अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे जाना कि बचाव अभियान किस तरह चलाया गया था। पीएम इंजीनियरिंग विंग के लोगों से भी मिले। उन्होंने उनकी सेवाओं के लिए आभार जताया। आईपीएस अधिकारी और मुख्य सचिव ने उन्हें आपदा और पिछले 10 दिनों में किए गए बचाव कार्यों के बारे में जानकारी दी।

अस्पताल में इलाज करा रहे चार लोगों से मिले नरेंद्र मोदी

इसके बाद नरेंद्र मोदी डीएम वायनाड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (DM WIMS) अस्पताल गए। वह इलाज करा रहे लोगों से मिले। इनमें ओडिशा की मूल निवासी सुकृति महापात्रा, 8 साल की अवंतिका (जिसने अपने माता-पिता और भाई-बहनों को खो दिया), अनिल (जिसने अपनी मां और 2 साल के बच्चे को खो दिया) और अरुण (जिसे बचावकर्मियों ने कीचड़ से बाहर निकाला) शामिल हैं।

अस्पताल में नरेंद्र मोदी ने इलाज करा रहे लोगों से बातचीत की। उन्होंने आपदा पीड़ित बच्चों को दुलारा। पीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद नरेंद्र मोदी सेंट जोसेफ स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में गए और आपदा में बचे लोगों से मिले। इनमें दो नाबालिग शामिल हैं। इनके माता-पिता की मौत हो गई है। 

वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों को पीएम मोदी ने आसमान से देखा

इससे पहले पीएम मोदी ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। वह वायु सेना के हेलीकॉप्टर में सवार थे। पीएम सुबह 11 बजे कन्नूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उनका स्वागत किया।

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वहां से प्रधानमंत्री वायुसेना के हेलीकॉप्टर में सवार होकर वायनाड के भूस्खलन प्रभावित इलाकों में पहुंचे और हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद वे आपदा स्थल पर पहुंचे। हवाई सर्वेक्षण में उन्होंने भूस्खलन का उद्गम स्थल देखा। यह इरुवाझिंजी पुझा (नदी) का उद्गम स्थल है। उन्होंने पुंचिरिमट्टम, मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित इलाकों का भी निरीक्षण किया। राज्य सरकार ने आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए केंद्र से 2000 करोड़ रुपए के विशेष पैकेज का अनुरोध करने का फैसला किया है। पीएम की केरल यात्रा से उम्मीद है कि राज्य को केंद्र सरकार से यह मदद मिलेगी।

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