सार
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से यात्रा के दूसरे दिन मुलाकात की। अल-हाकिम मस्जिद गए। साथ ही हेलियापोलिस स्मारक पहुंचकर भारतीय शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। पीएम मोदी, मिस्र के पिरामिड्स भी देखने पहुंचे।
PM Modi Egypt Visit: पीएम नरेंद्र मोदी भारत के लिए मिस्र से रवाना हो गए हैं। यूएस से लौटते हुए वह मिस्र के दो दिवसीय यात्रा पर थे। यहां उन्होंने राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से यात्रा के दूसरे दिन मुलाकात की। अल-हाकिम मस्जिद गए। साथ ही हेलियापोलिस स्मारक पहुंचकर भारतीय शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। पीएम मोदी, मिस्र के पिरामिड्स भी देखने पहुंचे। इसके बाद वह भारत के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री, पांच दिनों की यात्रा पर यूएस और मिस्र गए थे। तीन दिन यूएस में रहने के बाद मिस्र पहुंचे थे।
शनिवार को मिस्र में मिला ग्रैंड वेलकम
पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को मिस्र पहुंचे थे। दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का एयरपोर्ट पर मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबोली ने स्वागत किया। यहां भारतीय समुदाय के लोग भी पीएम मोदी का स्वागत करने पहुंचे थे। पहले दिन प्रधानमंत्री ने मिस्र के पीएम से द्विपक्षीय वार्ता के बाद ग्रैंड मुफ्ती प्रो.शौकी इब्राहिम अल्लाम से मुलाकात की। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी यहां रह रहे भारतीयों से मिले। भारतीय समुदाय से बातचीत करते हुए उन्होंने उनके संघर्षों और सफलता की कहानी को साझा किया।
दूसरे दिन पहुंचे अल-हाकिम मस्जिद, हेलियोपोलिस युद्ध-स्मारक
दूसरे दिन के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी से मुलाकात की। इसके पहले वह अल-हाकिम मस्जिद पहुंचे। 11वीं सदी की इस मस्जिद का भारत के बोहरा मुसलमानों के सहयोग से पुननिर्माण कराया गया है। इसके बाद वह हेलियोपोलिस युद्ध-स्मारक गए। यह युद्ध स्मारक प्रथम विश्वयुद्ध में मिस्र और फलस्तीन के अभियानों में शहीद हुए 3,727 भारतीय सैनिकों की स्मृति में बनाया गया है। यहां शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। पीएम नरेंद्र मोदी मिस्र के पिरामिड्स भी देखने पहुंचे। यह दुनिया के सात अजूबों में शुभार है। यहां काफी देर तक प्रधानमंत्री रहे और आवश्यक जानकारियां लेते रहे।
पीएम मोदी को मिस्र ने सर्वोच्च सम्मान से किया है सम्मानित
पीएम मोदी को मिस्र के सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द नाइल' (The Order of the Nile) से रविवार को सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने उनको यह सम्मान दिया। इस सम्मान की शुरुआत 1915 में हुई थी।
यह भी पढ़ें: