सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह 11 बजे अपने लोकप्रिय कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये देशवासियों से बात की। इस रेडियो प्रोग्राम का यह 76वां संस्करण था। इस बार मोदी ने देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और उससे निपटने किए जा रहे कार्यों पर भी अपनी बात रखी। मोदी ने वैक्सीनेशन को लेकर चल रहीं अफवाहों से दूर रहने को कहा।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 11 बजे रेडियो प्रोग्राम 'मन की बात' के जरिये देशवासियों से संवाद किया। मोदी का यह लोकप्रिय प्रोग्राम इस बार कोरोना के विकट संकट में प्रसारित हो रहा है। इसलिए इस बार मोदी ने देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति और उससे निपटने किए जा रहे कार्यों पर भी अपनी बात रखी। प्रोग्राम का यह 76वां संस्करण था। इस प्रोग्राम को आकाशवाणी (All India Radio) और दूरदर्शन (DD) के किसी भी नेटवर्क पर सुना गया। इसका प्रसारण न्यूज चैनल भी अपनी सुविधानुसार करते हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर देशवासियों और वॉरियर्स के हौसलों पर बोले मोदी
- मोदी ने वैक्सीन को लेकर चल रहीं अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा। उन्होंने कहा-'कोरोना के संकट काल में वैक्सीन की अहमियत सभी को पता चल रही है। इसलिए मेरा आग्रह है कि वैक्सीन को लेकर किसी भी अफवाह में न आएं। भारत सरकार सभी राज्य सरकारों को फ्री में वैक्सीन दे रही है। इसका फायदा 45 साल से ऊपर के लोगों को मिलेगा। 1 मई से 18 साल के ऊपर के हर व्यक्ति के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी। मुफ्त वैक्सीन का कार्यक्रम भारत सरकार आगे भी चलाती रहेगी।
- भगवान महावीर का जीवन संदेश हमें शांति और आत्मसंयम की सीख देता है। जब हम सभी देशवासी मिलकर कोरोना के इस संकट का मुकाबला कर रहे हैं, ऐसे समय में महावीर जयंती पर मेरी भगवान महावीर से प्रार्थना है कि सभी को स्वस्थ रखें और हमारे प्रयासों को सफलता का आशीर्वाद दें।
- कोरोना हमारे धैर्य और दु:ख सहन करने की सीमा की परीक्षा ले रहा है। कोरोना की पहली वेव का सफलतापूर्वक मुकाबला करने के बाद देश हौसले और आत्मविश्वास से भरा हुआ था, लेकिन इस तूफान (दूसरी वेव) ने देश को झकझोर दिया है।
- आपको अगर कोई भी जानकारी चाहिए हो, कोई आशंका हो तो सही सोर्स से ही जानकारी लें। अपने फैमिली डॉक्टर, आसपास के डाॅक्टर को संपर्क करके उनसे सलाह लीजिए। इस समय हमें इस लड़ाई को जीतने के लिए विशेषज्ञों और वैज्ञानिक सलाह को प्राथमिकता देनी है। राज्य सरकार के प्रयत्नों को आगे बढ़ाने में भारत सरकार पूरी शक्ति से जुटी हुई है। राज्य सरकारें भी अपना दायित्व निभाने की पूरी कोशिश कर रही हैं।
गांववालों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सराहा
- कोरोना से बहुत लोग संक्रमित हो रहे हैं लेकिन कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी उतनी ही ज़्यादा है। डॉक्टर और नर्स स्टाफ के साथ इस समय लैब टेक्नीशियन और एंबुलेंस ड्राइवर जैसे फ्रंटलाइन वर्कर भी भगवान की तरह ही काम कर रहे हैं। जब कोई एंबुलेंस किसी मरीज़ तक पहुंचती है तो उन्हें एंबुलेंस ड्राइवर देवदूत जैसा ही लगता है।
- इस बार गांवों में भी नई जागरूकता देखी जा रही है। कोविड नियमों का सख्ती से पालन करते हुए लोग अपने गांव की कोरोना से रक्षा कर रहे हैं। जो लोग बाहर से आ रहे हैं उनके लिए सही व्यवस्थाएं भी बनाई जा रही हैं।