सार
इन मैसेज में मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में घुसने और भारत-आस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच को बाधित करने की धमकी दी गई थी। स्टेडियम में पीएम मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज यह मैच देखने पहुंचे थे।
अहमदाबाद: मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत-आस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच में अवरोध पैदा करने की धमकी देने वाला खलिस्तानी समर्थक ग्रुप का बल्क ऑडियो-वीडियो मैसेज, सिम बॉक्स का उपयोग कर भेजा गया था। धमकी देने वालों ने रीवा से मैसेज भेजा था। साइबर क्राइम पुलिस ने दो लोगों को वहां से अरेस्ट भी किया है। सबसे बड़ी बात है कि दोनों को पन्नू की सिख फॉर जस्टिस की ओर से ढाई लाख रुपये महीना पगार भी दिया जाता था।
2.5 लाख रुपये पर सिख फॉर जस्टिस ने रखा था दोनों को
एक अधिकारी ने बताया कि खालिस्तान समर्थक एक ग्रुप ने भारी मात्रा में व्हाट्सअप मैसेज और ऑडियो क्लिप भेजे थे। इन मैसेज में मोटेरा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में घुसने और भारत-आस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच को बाधित करने की धमकी दी गई थी। स्टेडियम में पीएम मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज यह मैच देखने पहुंचे थे। इसी के पहले मैसेज जारी किया गया था। यह धमकी सिम बॉक्स का इस्तेमाल कर दिया गया था। सिटी पुलिस के साइबर क्राइम सेल ने बताया कि इन मैसेज को रीवा से भेजा गया था। पुलिस ने दो लोगों को भी अरेस्ट किया है। गिरफ्तार दोनों को कथित तौर पर अमेरिका में रहने वाले वकील गुरपतवंत सिंह पन्नून के नेतृत्व वाले 'सिख फॉर जस्टिस' नामक एक खालिस्तान समूह से हर माह 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया जाता था।
सतना के रहने वाले हैं दोनों...
आरोपियों की पहचान एमपी के सतना के रहने वाले राहुल कुमार और नरेंद्र कुशवाहा के रूप में हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों ने एक सिम बॉक्स लगाया जो लोकल कॉल के रूप में इंटरनेशनल कॉल को दिखाता है और सिम कार्ड को ब्लॉक करना मुश्किल बनाता है। अहमदाबाद साइबर क्राइम सेल के अधिकारी ने कहा कि कुमार और कुशवाहा को मोबाइल यूजर्स को कॉल और मैसेज करने के लिए सिम-लाइन लीज पर लेने के लिए हर महीने 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया गया था। पुलिस अभी तक यह पता नहीं लगा पाई है कि जब कॉल सिम बॉक्स से की जा रही थी तो पाकिस्तान के मोबाइल नंबर क्यों दिखा रहे थे। शहर की अपराध शाखा ने 8 मार्च की रात को गुजरात में हजारों मोबाइल उपयोगकर्ताओं द्वारा बल्क ऑडियो-वीडियो संदेश और कथित तौर पर पन्नून की आवाज में पहले से रिकॉर्ड की गई कॉल प्राप्त होने के बाद मामले की जांच शुरू की थी।
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