सार
रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक बुधवार से शुरू हो रही है। आगामी त्योंहारों को देखते हुए ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है। तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक के नतीजे 9 अक्टूबर को आएंगे।
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक बुधवार से शुरू हो रही है। एमपीसी की यह बैठक पिछले महीने 28 सितंबर को होने वाली थी, लेकिन आखिरी समय में इसे आगे बढ़ा दिया गया था। अब करीब 9 दिन बाद मौद्रिक नीति की यह बैठक की शुरू हो रही है। आगामी त्योंहारों को देखते हुए ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है। तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक के नतीजे 9 अक्टूबर को आएंगे।
समिति की बैठक के आखिरी दिन रेपो रेट के जरिए ये तय हो जाएगा कि लोन की ब्याज दर में कटौती की जाएागी या नहीं। मालूम हो कि अगस्त महीने में आरबीआई की एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था। इससे पहले की दो बैठकों में केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 1.15 प्रतिशत की कटौती कर चुका है। फिलहाल रेपो रेट चार प्रतिशत, रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत है।
महंगाई पर हो सकती है चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, एमपीसी की बैठक में महंगाई को लेकर चर्चा होने की संभावना है। पिछले दिनों महंगाई दर के आंकड़े जारी हुए थे, जो 6 फीसदी को पार कर गई है। विशेषज्ञों की माने तो खुदरा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक आगामी मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों को यथावत रख सकता है। विशेषज्ञों का कहना कि आपूर्ति पक्ष संबंधी मुद्दों की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी है, जिसके मद्देनजर केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में बदलाव की संभावना कम है।
दरों में कटौती से बचे आरबीआई- सीआईआई
कुछ दिनों पहले भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने कहा था कि रिजर्व बैंक को अपने नरम रुख को जारी रखना चाहिए। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़ने की वजह से अभी केंद्रीय बैंक को दरों में कटौती से बचना चाहिए। हालांकि, इसपर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्पष्ट किया था कि कोरोना काल में देश की इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए केंद्रीय बैंक हर जरूरी कदम उठाएगा।
मौद्रिक नीति समिति में 3 नए सदस्य
एमपीसी बैठक में मौद्रिक नीति समिति में 3 नए सदस्य होंगे। दरअसल, हाल ही में सरकार ने मौद्रिक नीति समिति में तीन सदस्यों की नियुक्ति कर दी है। तीन जाने माने अर्थशास्त्रियों अशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे को नियुक्त किया गया है। इन सदस्यों की नियुक्ति चेतन घाटे, पामी दुआ, रविन्द्र ढोलकिया के स्थान पर की गई है।