सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) आज (25 अप्रैल) भारत की प्रमुख बहुपक्षीय विदेश नीति और भू-अर्थशास्त्र सम्मेलन रायसीना डायलॉग(Raisina Dialogue) के सातवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। यह संवाद  25 अप्रैल से 27 अप्रैल तक चलेगा। इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। वर्चुअल माध्यम से हो रहे इस संवाद में विभिन्न देशों के कई पूर्व प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शामिल होंगे।

नई दिल्ली. भू-राजनीति और भू अर्थशास्त्र(geopolitics and geoeconomics) जैसे मुद्दों पर फोकस रायसीना डायलॉग(Raisina Dialogue) के सातवें संस्करण का आज उद्घाटन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) भारत की प्रमुख बहुपक्षीय विदेश नीति और भू-अर्थशास्त्र सम्मेलन रायसीना डायलॉग(Raisina Dialogue) के सातवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। यह संवाद  25 अप्रैल से 27 अप्रैल तक चलेगा। इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।

इन मुद्दों पर होगी अहम चर्चा
विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, संवाद में मुख्य अतिथि के रूप में यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन( European Commission President Ursula Von Der Leyen) की खास भागीदारी होगी। बता दें कि रायसीना डायलॉग का पहला संस्करण सबसे पहले 2016 में शुरू हुआ था। इस संवाद के जरिये वैश्विक समुदाय के सामने आने वाले सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों को के समाधान के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श होता है। सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) के सहयोग से किया जाता है।  रायसीना डायलॉग 2022, 'टेरानोवा- इंपैसंड, इंपैसियस, इंपेरिल्ड' विषय पर हो रहा है। इसमें 6 विषयों पर चर्चा होगी। बता दें कि टेरा नोवा पृथ्वी को कहते हैं। 

पिछले साल भी कोविड के चलते वर्चुअल हुआ था आयोजन
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता, अरिंदम बागची के अनुसार पिछले साल भी COVID-19 महामारी के कारण यह वर्चुअल आयोजित किया गया था। विदेश मंत्रालय ने कहा, कि रायसीना डायलॉग 2022 में 90 देशों के 210 से अधिक वक्ताओं के साथ लगभग 100 सत्र होंगे। बर्लिन और वाशिंगटन में साइड इवेंट आयोजित किए जाएंगे। रायसीना के युवा साथियों का कार्यक्रम भी इस मुख्य सम्मेलन के दौरान आयोजित किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सम्मेलन में स्वीडन के पूर्व पीएम कार्ल बिल्ड्ट, कनाडा के पूर्व पीएम स्टीफन हार्पर, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम एंथनी एबॉट शामिल होंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद का प्री-रिकॉर्डेट मैसेज भी होगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि विदेश मंत्रियों के तौर पर अर्जेंटीना, आर्मेनिया, गुयाना, नाइजीरिया, नॉर्वे, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मेडागास्कर, नीदरलैंड, फिलीपींस, पोलैंड, पुर्तगाल और स्लोवेनिया के विदेश मंत्री इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री भी सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं। 

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