सार

मोदी सरकार ने सोमवार को अनुच्छेद 370 हटा दिया। इससे पहले अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश किया। कांग्रेस, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी और एनडीए में भाजपा के सहयोगी दल जेडीयू ने इसका विरोध किया।

नई दिल्ली. मोदी सरकार ने सोमवार को अनुच्छेद 370 हटा दिया। इससे पहले अमित शाह ने राज्यसभा में अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश किया। कांग्रेस, महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी और एनडीए में भाजपा के सहयोगी दल जेडीयू ने इसका विरोध किया। हालांकि, भाजपा की धुर विरोधी पार्टी बसपा और आम आदमी पार्टी ने भी इसका खुलकर समर्थन किया। बसपा के अलावा शिवसेना, आप एआईएडीएमके और बीजद ने सरकार के इस फैसले का समर्थन किया। शिवसेना सांसद संजय रावत ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर लिया है, कल बलूचिस्तान-पीओके ले लेंगे। मुझे विश्वास है कि देश के प्रधानमंत्री अखंड भारत का सपना पूरा करेंगे।

चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम भारतीय संविधान के साथ खड़े हैं। हम अपनी जान देकर भारत के संविधान को बचाएंगे। लेकिन आज भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या कर दी। एमडीएमके नेता वाइको ने राज्यसभा में कहा कि मैं इस बिल का विरोध करता हूं। आज का दिन शर्मिंदगी भरा है। यह लोकतंत्र की हत्या है।

बाला साहेब और अटल बिहारी वाजपेयी का सपना पूरा हुआ- उद्धव
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ''आज हमारा देश पूरी तरह से स्वतंत्र हुआ है। विपक्ष को राजनीतिक छोड़कर देश की संप्रभुता को महत्व देना चाहिए। बाला साहेब ठाकरे और अटल बिहारी वाजपेयी का एक बड़ा सपना सच हुआ।'' 

हम नहीं चाहते धारा 370 हटे- जेडीयू 
जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा- हमारे प्रमुख नीतिश कुमार जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडिस की परंपरा को आगे ला रहे हैं। इसलिए हम इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करते। हमारी सोच अलग है। हम नहीं चाहते कि धारा 370 हटाई जाए।

सरकार को हमारा समर्थन- बसपा
इस मामले में सरकार की धुर विरोधी बसपा ने सरकार का समर्थन किया। बसपा नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि हमारी पार्टी इस मामले में सरकार का समर्थन करती है। हम चाहते हैं, ये बिल पास हो।

सही मायनों में आज कश्मीर भारत का हिस्सा बना- बीजद सांसद
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजद ने भी धारा 370 हटाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया। बीजद सांसद प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि आज सही मायनों में जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा बना है। हमारी पार्टी इस संकल्प का समर्थन करती है। हम क्षेत्रीय पार्टी हैं, लेकिन हमारे लिए राष्ट्र पहले है।

केजरीवाल ने किया समर्थन 
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, हम केंद्र सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हैं। हमें उम्मीद है कि इससे जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास होगा।


फैसले से पहले कश्मीर के नेताओं को भरोसे में लेना चाहिए था- पवार
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, ''मुझे लगता है कि भारत सरकार को कश्मीर के नेताओं को भरोसे में लेना चाहिए था। लेकिन दुर्भाग्यवश सरकार ने ऐसा नहीं किया। कश्मीर के नेताओं को भरोसे में लेकर ही धारा 370 हटानी चाहिए थी। डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन ने लिखा, जम्मू-कश्मीर के लोगों से पूछे बिना धारा 370 हटा दी गई। लोकतंत्र की हत्या कर दी गई। एआईएडीएमके ने भी इसका समर्थन किया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।