सार
लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा के सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करने पर नाराजगी जताते हुए उन्हें आगे ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी।
नई दिल्ली. लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा के सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करने पर नाराजगी जताते हुए उन्हें आगे ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी।
सदन में पश्चिम बंगाल से भाजपा के सदस्य खगेन मुर्मू राज्य में स्मारक से संबंधित पूरक प्रश्न पूछ रहे थे और संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल उनका उत्तर दे रहे थे। इस दौरान तृणमूल सदस्य महुआ मोइत्रा की किसी टिप्पणी पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने नाराजगी जताई।
"सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करना बंद करिए
उन्होंने कहा, "सीट पर बैठे-बैठे टिप्पणी करना बंद करिए। अन्यथा मुझे कार्रवाई करनी होगी।" इस दौरान मोइत्रा खड़े होकर कुछ कहने लगीं जिस पर अध्यक्ष ने कहा, "आसन न्यायपूर्ण कार्रवाई करता है या नहीं, यह सदन तय कर लेगा।" उन्होंने सदन में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय से भी कहा कि वह अपनी पार्टी की सदस्य को सदन के नियमों से अवगत कराएं जो बार-बार टिप्पणी करती रहती हैं और उन्हें यह भी बताएं कि वह अपनी सीट पर जाकर बोलें।
बंदोपाध्याय ने कहा,
बंदोपाध्याय ने कहा, "मैं सदस्य से आपकी बात कहूंगा और आपका निर्देश पहुंचाऊंगा कि वह सदन के नियमों का पालन करें। वह पहली बार सांसद बनी हैं और बहुत प्रतिबद्ध हैं। आप भी उन्हें आशीर्वाद दीजिए।"अध्यक्ष बिरला ने शून्यकाल में भाजपा के एक सदस्य से भी बिना अनुमति के बोलने पर नाराजगी जताई।
प्रश्नकाल समाप्त होने पर पश्चिम बंगाल से भाजपा के सदस्य सौमित्र खान एक पोस्टर दिखाते हुए राज्य का कोई विषय उठाना चाह रहे थे। अध्यक्ष ने उन्हें अनुमति नहीं दी।
अध्यक्ष बिरला ने कहा
इस दौरान भाजपा के ही रमेश विधूड़ी खड़े होकर अध्यक्ष से खान को बोलने की इजाजत मांगने लगे। अध्यक्ष बिरला ने कहा कि मैंने आपको उनका वकील बनने की इजाजत नहीं दी है। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से सदस्य को समझाने को भी कहा।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)