सार

सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज को वैलिड करने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए उसे वैध करने से मना कर दिया था।

Same sex marriage review petition: सेम सेक्स मैरिज को वैलिड करने से इनकार करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नए सिरे से रिव्यू करने के लिए कई याचिकाएं दायर की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के रिक्वेस्ट को स्वीकार करते हुए फैसले पर पुनर्विचार करने का मन बनाया है। एपेक्स कोर्ट के फैसले की समीक्षा की मांग करने वाली याचिकाओं पर कोर्ट नए सिरे से सुनवाई करेगा। पांच सदस्यीय बेंच इस मामले में पुनर्विचार के लिए जुलाई में सुनवाई करेगी।

किन जजों की बेंच सेम सेक्स मैरिज की वैधता के लिए करेगा रिव्यू

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सेम सेक्स मैरिज को वैलिड करने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए उसे वैध करने से मना कर दिया था। हालांकि, सेम सेक्स रिलेशनशिप वालों को तमाम प्रकार की राहत देने वाले निर्णय कोर्ट ने सुनाए थे। सेम सेक्स मैरिज को वैध करने की मांग इसे बाद भी लगातार जारी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पुनर्विचार के लिए कई याचिकाएं दायर की गई हैं। कोर्ट ने इन याचिकाओं पर सुनवाई का मन बनाया है। 10 जुलाई को पांच जजों की बेंच इस मामले की सुनवाई शुरू करेगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच इस मामले में सुनवाई करेगी। सीजेआई चंद्रचूड़ के अलावा बेंच में जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस हिमा कोहली, जस्टिस बीवी नागरत्ना, जस्टिस पीएस नरसिम्हा शामिल हैं।

सुप्रीम कोर्ट सेम सेक्स मैरिज को वैलिड करने से कर चुका है इनकार

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट सेम सेक्स मैरिज को वैलिड करने से इनकार कर चुका है। पूर्व में पड़ी तमाम याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 17 अक्टूबर 2023 को भारत में समलैंगिक या समलैंगिक विवाह को वैध बनाने से इनकार कर दिया। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह संसद द्वारा तय किया जाने वाला मुद्दा है।

यह भी पढ़ें:

हाथरस सत्संग के छह आयोजनकर्ताओं को पुलिस ने किया अरेस्ट, भोले बाबा अभी भी पकड़ में नहीं