सार

ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अविवाहित और विधुर पुरुषों को अब शादी के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है। एक शातिर महिला ने एक साल में चार लोगों से शादी करके धोखाधड़ी की और पैसे, सोने के जेवरात लूटकर फरार हो गई।

तुमकुरु: ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अविवाहित और श्रीमंत पुरुषों को अब शादी के नाम पर निशाना बनाया जा रहा है। एक शातिर महिला ने एक साल में चार लोगों से शादी करके धोखाधड़ी की और पैसे, सोने के जेवरात लूटकर फरार हो गई।

जी हां, एक ही महिला ने तीन साल में चार शादियां रचाई हैं। शादी का नाटक रचकर पैसे, जेवर लूटने वाले इस गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तुमकुरु जिले के गुब्बी थाना पुलिस ने लक्ष्मी बाई साब जनकर उर्फ कोमल, सिद्धप्पा, लक्ष्मीबाई, ब्रोकर लक्ष्मी को गिरफ्तार किया है। यहां कोमल दुल्हन बनती थी, चाचा सिद्धप्पा और चाची लक्ष्मीबाई शादी कराने वाले बनते थे। वहीं, लड़का न मिलने वालों की पहचान कर लड़की दिखाने का काम ब्रोकर लक्ष्मी करती थी। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है मामला:
तुमकुरु जिले के गुब्बी तालुक के अत्तीगट्टे गांव में शादी हुई थी। पालाक्ष के बेटे दयानंदमूर्ति (34) ने बड़ी मुश्किल से शादी करने का फैसला किया था। उम्र बढ़ने के बावजूद लड़की न मिलने से वह परेशान थे। सैकड़ों लड़कियां देखने के बाद भी उनकी शादी तय नहीं हो पा रही थी। कई मैरिज ब्रोकर के जरिए लड़की ढूंढने के बाद भी बात नहीं बन पाई थी। कुष्टगी निवासी बासवराजू के जरिए ब्रोकर लक्ष्मी से संपर्क किया तो उसने घर की सारी स्थिति जान ली। फिर, उसने भरोसा दिलाया कि वह उनके बेटे को लड़की दिखाकर उसकी शादी करा देगी।

कुछ दिनों बाद, उसने बताया कि हुबली में एक अच्छी लड़की है। उसके माता-पिता नहीं हैं। आपको उससे शादी करनी चाहिए, ऐसा झूठ बोला। ब्रोकर लक्ष्मी ने कोमल नाम से युवती की फोटो दिखाई। लड़के वालों को देखने के लिए अत्तीगट्टे गांव आई युवती और उसकी चाची-चाचा पिछले साल 11 नवंबर को आए थे। इस दौरान शादी की बात भी तय हो गई। फिर, उन्होंने कहा कि लड़का राजी है, अगर लड़की भी राजी है तो चार दिन बाद आपके गांव के मंदिर में सादगी से शादी करवा देते हैं। 

बेटे के लिए लड़की न मिलने से परेशान दयानंद मूर्ति के परिवार के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं था। लड़की मिलने की खुशी में उन्होंने सोचे समझे बिना जल्दबाजी में शादी के लिए हामी भर दी और गांव में ही शादी कर दी। इस शादी में करीब 200 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। दुल्हन को सोने का हार, मंगलसूत्र, झुमके समेत करीब 25 ग्राम सोने के जेवर लड़के वालों ने बनवाए थे। वहीं, ब्रोकर लक्ष्मी को पूरे 1.5 लाख रुपये नकद दिए गए।

शादी के 2 दिन बाद युवती को उसके मायके ले जाने के लिए उसे अकेले ही बुलाया गया था। पैसे-जेवर समेत दुल्हन को लेकर चले गए। एक हफ्ते बाद भी वापस नहीं आई। इससे घबराए पालाक्ष हुबली गए और पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। नकली शादी करने वाले भी फर्जी निकले। फिर वापस अपने गांव आकर गुब्बी थाने में शिकायत दर्ज कराई। 

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मामला दर्ज कर गुब्बी पुलिस लगातार जांच कर रही थी। लेकिन, इसी तरह फिर से महाराष्ट्र में शादी करके बस गए थे। फिर शादी की फोटो और वीडियो के आधार पर ठगी करने वाले गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। कुल मिलाकर, कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित कुल चार-पांच शादियां करके ठगी को ही पेशा बना लिया था। इसके लिए फर्जी पते पर आधार कार्ड बनवाते थे। आधार कार्ड दिखाकर लड़के वालों को विश्वास में लेते थे। फिर धोखा देकर चले जाते थे।