सार

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु (M. Venkaiah Naidu) ने उपराष्ट्रपति निवास के कर्मियों और दिल्ली MCD के स्कूलों समेत चार स्कूलों के बच्चों के साथ हर्षोल्लास के साथ होली मनाई। स्कूली बच्चों ने उपराष्ट्रपति के समक्ष देशभक्ति गीत गाए, जिसे सुन कर नायडु ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया। इस दौरान बच्चों ने उपराष्ट्रपति से कई सवाल पूछे, जिनका उन्हें जवाब मिला।

नई दिल्ली. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु (M. Venkaiah Naidu) ने उपराष्ट्रपति निवास के कर्मियों और दिल्ली MCD के स्कूलों समेत चार स्कूलों के बच्चों के साथ हर्षोल्लास के साथ होली मनाई। स्कूली बच्चों ने उपराष्ट्रपति के समक्ष देशभक्ति गीत गाए, जिसे सुन कर नायडु ने भी उन्हें प्रोत्साहित किया। इस दौरान बच्चों ने उपराष्ट्रपति से कई सवाल पूछे, जिनका उन्हें जवाब मिला। बच्चों के साथ उपराष्ट्रपति ने मस्ती की और उनसे भी मजेदार सवाल किए।

pic.twitter.com/A3Tr6IAjLk

क्या आप कभी हताश होते हैं?
‘क्या आप कभी कभी हताश होते हैं?’ एक छात्र के इस प्रश्न पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि हालांकि वे कभी हताश नहीं होते पर जब कुछ सांसद, संसद की मर्यादा के अनुरूप आचरण नहीं करते हैं तब वे निराश अवश्य होते हैं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ही उनकी प्रबल इच्छा शक्ति के प्रेरणा स्रोत हैं।

यह भी पढ़ें-Holi Celebration at Border: यहां देखिए, परिवार से दूर कैसे होली सेलीब्रेट करते हैं देश के जवान

संवैधानिक और पारिवारिक जिम्मेदारियां एक साथ कैसे निभा लेते हैं? 
अपने संवैधानिक दायित्वों और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाए रखने के प्रश्न पर नायडु ने कहा कि जब वे सक्रिय राजनीति में थे तो अपने परिवार को पर्याप्त समय नहीं दे पाये, पर अब उपराष्ट्रपति बनने के बाद से वे परिवास के साथ समय बिताने का प्रयास जरूर करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत के उपराष्ट्रपति तथा राज्यसभा के सभापति के रूप में उनके संवैधानिक दायित्व हैं फिर भी वे रोज अपने पौत्र और पौत्रियों से बात अवश्य करते हैं।

यह भी पढ़ें-सूरजकुंड मेला 19 मार्च से 4 अप्रैल तक हरियाणा के फरीदाबाद में किया जाएगा आयोजित

मातृ भाषा और मातृ भूमि का सम्मान करें
उपराष्ट्रपति ने युवा छात्रों से अपेक्षा की कि वे सदैव अपनी माता, मातृ-भाषा और मातृ-भूमि का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि युवा छात्र देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध प्रयास करें। शेयर एंड केयर के हमारे सभ्यतागत संस्कारों का उल्लेख करते हुए नायडु ने युवा पीढ़ी से अपेक्षा की कि वे करुणा और सहानुभूति का भाव पैदा करें।

इस आयोजन से पूर्व होली की सुबह भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने फोन पर एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उपराष्ट्रपति जी को होली की बधाई प्रेषित की। बता दें कि कोरोनाकाल के चलते पिछले 2 साल से होली पाबंदियों के बीच मनाई जाती रही है। इस बार संक्रमण कंट्रोल में होने से होली पर खूब धूम देखी गई।

pic.twitter.com/YyRBIPZCUn 

यह भी पढ़ें-Holi 2022 : मुख्तार अब्बास नकवी ने बजाई ढोल, हरीश रावत ढोलक की थाप पर गाते दिखे, तस्वीरों में देखें सेलिब्रेशन