सार

चुनाव आयोग के cVIGIL ऐप से आम लोग चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत कर सकते हैं। इस ऐप को एंड्रॉइड स्मार्टफोन में इंस्टॉल किया जा सकता है।

 

नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव 2024 कराए जा रहे हैं। 16 मार्च को चुनाव आयोग ने आम चुनाव के तारीखों का ऐलान किया। इसके साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। चुनाव के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतें आई हैं। मामला संज्ञान में लाए जाने पर चुनाव आयोग द्वारा इसपर कार्रवाई की जाती है। अगर आप भी आचार संहिता का उल्लंघन होते देखते हैं और इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करना चाहते हैं तो चुनाव आयोग ने इसके लिए सुविधा दी है। आप अपने मोबाइल फोन में सीविजिल ऐप डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

क्या है सीविजिल ऐप?

सीविजिल एंड्रॉइड एप्लिकेशन है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि आम लोग आसानी से आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी चुनाव आयोग को दे सकते हैं। ‘सीविजिल’ स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनवा में नागरिकों द्वारा निभाई जा सकने वाली सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका पर जोर देती है। इस ऐप से उपचुनाव, विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लागू रहने के दौरान होने वाली गड़बड़ी की शिकायत चुनाव आयोग से की जा सकती है। इस ऐप की मदद से अगर कोई व्यक्ति आचार संहिता के उल्लंघन की तस्वीर या वीडियो भेजता है तो यह खुद ही उस जगह की लोकेशन ले लेता है जहां की तस्वीर ली गई है या वीडियो बनाया गया है। लोकेशन मिलने से फ्लाइंग स्क्वॉड को कार्रवाई करने और सबूत जुटाने में मदद मिलती है।

सीविजिल ऐप को ऐसे किसी भी एंड्रॉइड (जेलीबीन और ऊपर) स्मार्टफोन में इंस्टॉल किया जा सकता है जिसमें कैमरा, अच्छा इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस हो। इस एप्लिकेशन का इस्तेमाल कर नागरिक राजनीतिक कदाचार की घटनाओं को देखते ही तत्काल कुछ ही मिनट में इसकी रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर के ऑफिस में भी नहीं जाना पड़ेगा। सीविजिल नागरिकों को जिला कंट्रोल रूम, रिटर्निंग अधिकारी और फील्ड यूनिट (फ्लाइंग स्क्वॉड) के साथ जोड़ता है। इससे तेज और सटीक निगरानी होती है।

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कैसे कर सकते हैं शिकायत?

सीविजिल ऐप से शिकायत करनी है तो आपको पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की कम से कम एक फोटो या 2 मिनट का वीडियो बनाना होगा। घटना के बारे में संक्षिप्त जानकारी देनी होगी। इसके बाद आप शिकायत भेज सकते हैं। शिकायत को इसके साथ दर्ज की गई लोकेशन के आधार पर ऑटोमैटिक रूप से संबंधित जिला के कंट्रोल रूम को भेज दी जाती है। इसके बाद फ्लाइंग स्क्वॉड को कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर भेजा जाता है।

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