वायनाड का मंजर देख बोले राहुल गांधी-वैसा ही महसूस हो रहा जैसे पिता की मौत पर
वायनाड में हुए भूस्खलन ने हजारों परिवारों को बर्बाद कर दिया है। 30 जुलाई को हुए भूस्खलन में मौतों का आंकड़ा 250 को पार कर चुका है। घायलों से अस्पताल अटा पड़ा है। गुरुवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ितों से मुलाकात कर उनको सांत्वना दी।
- FB
- TW
- Linkdin
गुरुवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, वायनाड पहुंचे। दोनों ने पीड़ित लोगों से मुलाकात कर उनको सांत्वना दी।
पीड़ितों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि आज मुझे वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा मेरे पिता की हत्या पर महसूस हुआ था। यहां लोगों ने सिर्फ एक पिता नहीं बल्कि पूरे परिवार को खो दिया है। लोगों ने सिर्फ एक पिता नहीं खोया है। उन्होंने अपने परिवार, भाइयों, बहनों, माताओं और पिताओं को खोया है। मैं जानता हूं कि जब उनके पिता की हत्या हुई थी, तब मुझे कैसा लगा था और यह उससे भी बदतर है। यह एक व्यक्ति नहीं बल्कि हजारों लोगों की पीड़ा है।
वायनाड में रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर चल रहा है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने दावा किया कि अभी भी भूस्खलन से प्रभावित मुख्य गांवों तक रेस्क्यू नहीं पहुंच सकी है। उन्होंने बताया कि नदी के धारा बदलने से तबाह हुए एक गांव के अभी तक शव मिल सके हैं। अभी भूस्खलन वाले स्थल तक रेस्क्यू टीमों का पहुंचना बाकी है।
भूस्खलन से तबाह हुए गांवों तक रेस्क्यू पहुंचाने के लिए सेना ने गुरुवार को रिकॉर्ड समय में सीएल 24 बेली ब्रिज का निर्माण किया। इरुवनीपझा नदी पर चूरलमाला को मुंडक्कई से जोड़ने वाला पुल यातायात के लिए खोल कर सिविल एडमिनिस्ट्रेशन को सौंप दिया गया।
एनडीआरएफ और सेना ने प्रभावित क्षेत्रों में फंसे 1000 से अधिक लोगों को अभी तक सुरक्षित निकाल लिया है। कीचड़ और मलबे में काफी संख्या में लाशें दबी हुई हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए भी लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि हम एक लड़के से मिले जो छह घंटों तक अपने पूरे परिवार को बचाने की कोशिश में लगा रहा लेकिन बचा न सका। वह केवल अपनी दादी को बचा सका। हमने पूरा दिन पीड़ित लोगों से मिलने में बिताया। यह एक बहुत बड़ी त्रासदी है। हम केवल कल्पना कर सकते हैं कि यहां के लोग किस तरह के दर्द से गुज़र रहे हैं। हम यहां पूरी क्षमता से मदद करेंगे।
पड़ोसी राज्य भी सहायता के लिए आगे आए हैं, यह बहुत ही अच्छी बात है। कर्नाटक, वायनाड के लोगों के समर्थन में आया है। डीएमके-कांग्रेस शासित तमिलनाडु ने 5 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के साथ यहां मदद के लिए अग्निशमन कर्मियों, डॉक्टर्स, डिसास्टर मैनेजमेंट टीम को भेजा है।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम बैठकर यह तय करने की योजना बना रहे हैं कि हम कैसे मदद कर सकते हैं। खासकर उन बच्चों की जो अब अकेले रह गए हैं।
यह भी पढ़ें:
वायनाड में मौतों की संख्या पर राज्यपाल का दावा, अभी मिले शव भूस्खलन वाले नहीं