सार
तूफान ने राज्य के उत्तर क्षेत्र में खूब तबाही मचाई। तमाम घर गिर गए, सैकड़ों पेड़ों और बिजली के पोल टूटकर जमीन पर आ गए। कई क्षेत्रों में बिजली बाधित है तो तमाम रास्ते भी ब्लॉक हैं।
Storm in West Bengal: पश्चिम बंगाल में रविवार को आए तूफान ने कई जिंदगियां तबाह कर दी। इस तूफान में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए। तूफान ने राज्य के उत्तर क्षेत्र में खूब तबाही मचाई। तमाम घर गिर गए, सैकड़ों पेड़ों और बिजली के पोल टूटकर जमीन पर आ गए। कई क्षेत्रों में बिजली बाधित है तो तमाम रास्ते भी ब्लॉक हैं।
राज्य के अधिकारियों ने बताया कि उत्तरी पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में रविवार को तूफान ने तबाही मचाई। इसमें चार लोगों की मौत हो गई तो 70 के आसपास लोग घायल हैं। अधिकारियों के अनुसार, जिला मुख्यालय शहर के अधिकांश हिस्सों और पड़ोसी मैनागुरी के कई इलाकों में तेज हवाओं के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए।
यह क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित
राज्य के अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में राजारहाट, बरनीश, बकाली, जोरपाकडी, माधबडांगा और सप्तीबारी शामिल हैं। यहां हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अधिकारियों की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है। आपदा प्रबंधन टीम पूरे क्षेत्र में लगाई गई है। धूपगुड़ी के विधायक निर्मल चंद्र रॉय ने बताया कि कई लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इनकी हुई मौत
तूफान में जिन चार लोगों की मौत हो गई उनकी पहचान सेनपारा के दिजेंद्र नारायण सरकार (52), पहाड़पुर की अनिमा बर्मन (45), पुतिमारी के जगन रॉय (72) और राजारहाट के समर रॉय (64) के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री ने जाना हाल
तूफान की तबाही के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अधिकारियों से जानकारी ली। मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि राहत कार्यों के लिए नागरिक प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन के कर्मियों को तैनात किया गया है। मदद के लिए क्यूआरटी भी तैनात किए गए हैं। प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम जोरों पर चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर पर पोस्ट किया: यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं ने जलपाईगुड़ी-मयनागुड़ी के कुछ इलाकों में आपदाएं ला दीं जिसमें मानव जीवन की हानि, चोटें, घर की क्षति, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। जिला प्रशासन मौतों के मामले में निकटतम परिवार और घायलों को नियमों के अनुसार और एमसीसी (आदर्श आचार संहिता) का पालन करते हुए मुआवजा प्रदान करेगा। वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं। प्रशासन हर तरह की सहायता प्रदान करेगा।
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